उत्तर प्रदेश
उप्र: विधायकों को प्रशिक्षण देने का दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम प्रारंभ, देखें सीधा प्रसारण
लखनऊ। अठारहवीं विधान सभा के निर्वाचित विधायकों को प्रशिक्षण देने के लिए दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम आज 20 मई को प्रारंभ हुआ जो कल 21 मई तक चलेगा। प्रबोधन कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र विधान सभा मंडप में आयोजित हुआ जिसे बतौर मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संबोधित किया।
उप्र विधानसभा से सीधा प्रसारण
मा. विधायकों के प्रबोधन एवं विधानसभा में ई- विधान प्रशिक्षण कार्यक्रम में सम्मिलित होते #UPCM @myogiadityanath https://t.co/xCGzq32zes
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) May 20, 2022
उद्घाटन सत्र में विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना की भी गरिमामई उपस्थिति रही।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला का स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कई मंत्रिमंडल सहयोगियों व विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना के साथ किया. ओम बिरला को गार्ड ऑफ़ आनर भी दिया गया।
उद्घाटन सत्र और दोपहर के भोजन के बाद नवनिर्वाचित विधायकों का प्रशिक्षण तिलक हाल में आयोजित होगा।
इस प्रशिक्षण सत्र में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकान्त वाजपेयी और विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित वक्ता के रूप में विधायकों को मार्गदर्शन देंगे।
प्रबोधन कार्यक्रम का समापन सत्र 21 मई को आयोजित होगा जिसकी मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल होंगी। समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विधायकों को संबोधित करेंगे।
समापन सत्र और दोपहर के भोजन के बाद सदस्यों को विधान सभा मंडप में में ई-विधान का व्यावहारिक प्रशिक्षण नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर के विशेषज्ञों द्वारा दिया जाएगा।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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