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उत्तर प्रदेश

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में बज रहा यूपी के जल जीवन मिशन का डंका

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ग्रेटर नोएडा। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्रालय का स्टॉल दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। स्टॉल के प्रवेश द्वार पर नल से जल की आकृति दर्शकों को सेल्फी के लिए बाध्य करती है तो स्थानीय कलाकारों द्वारा जल जीवन मिशन की उपलब्धियों पर लोकगीत की प्रस्तुति दर्शकों के दिल में उतर जाती है। स्थानीय कलाकारों ने बताया कि जल जीवन मिशन की उपलब्धि को शब्दों में पिरोंकर दर्शकों के सम्मुख पेश किया जा रहा है। इसके बोल कुछ इस तरह है-

मोदी- योगी ने जो कहा वो करके दिखाया…और, ‘मोदी योगी ने मिलकर योजना बनाई, हर घर जल जीवन की पूर्ति कराई।’ स्टॉल आने वाला प्रत्येक विजिटर मंत्रालय की उपलब्धियों की सराहना कर रहा है। दर्शकों को बताया गया कि पहले बुंदेलखंड में पीने के पानी की बहुत समस्या थी। लेकिन वर्तमान में योगी सरकार 95 प्रतिशत घरों तक नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। स्कूलों में जल आपूर्ति, सीएम आवास योजना, गौ आश्रय केंद्र सरीखी अन्य योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।

बांध, बैराज, तटबंध की जानकारी ले रहे विजिटर्स

सिंचाई व जल संसाधन विभाग के स्टॉल पर भी शनिवार को दर्शकों की भीड़ दिखी। दरअसल, यूपी के बांध-बैराज और तटबंधों की जानकारी प्राप्त करना चाहते थे। स्टॉल में दर्शकों के लिए एक दर्जन एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं, जिन पर विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताया गया है। रिहंद बांध, भमगोडा बैराज, नरोरा बैराज, गिरजा बैराज, मध्य गंगा बैराज की तस्वीरें भी देखी जा सकती है। प्रदेश के 132 डैम, 20 बैराज, 523 तटबंध समेत बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों और बाढ़ से सुरक्षित किए जाने योग्य क्षेत्र के बारे में दर्शक जानना चाहते हैं।

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उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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