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पंजाब

पंजाब को बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए हम बड़े प्रयास कर रहे हैं : भगवंत मान

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चंडीगढ़। रखड़ पुण्या के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान एक बड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा वाले मुझे अमन-कानून की नसीहत देते हैं। मैं यह बात बड़े गर्व के साथ कह सकता हूं कि पंजाब में सभी धर्मों के त्योहार आपसी सौहार्द के साथ मनाए जाते हैं। मेरे कार्यकाल के दौरान यहां एक भी दिन कर्फ्यू नहीं लगा क्योंकि हमारी धरती गुरुओं और शहीदों की धरती है, जिसके कारण पंजाबियों को दुनिया भर में आपसी प्रेम और भाईचारे के लिए जाना जाता है।

जालंधर पश्चिम उपचुनाव में बुरी तरह हारने के बाद राजनीतिक गुमनामी में चले गए विपक्षी नेताओं पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव के बाद विपक्षी नेता प्रताप सिंह बाजवा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को ऐसा बड़ा झटका लगा है कि वे राजनीतिक क्षेत्र से ‘गायब’ ही हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों ने इन नेताओं को साफ तौर पर बता दिया है कि अब राजनीति में परिवारवाद के लिए कोई जगह नहीं है, बल्कि आम लोगों की आवाज उठाने वाले नेता ही सत्ता के शिखर तक पहुंच सकते हैं।

शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में मजबूरी को मर्जी में बदलने का वादा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह लोगों की मर्जी होगी कि वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाएं या निजी स्कूलों में, लेकिन पढ़ाई का स्तर बराबर होगा परंतु फर्क सिर्फ इतना होगा कि सरकारी स्कूलों में कोई फीस नहीं ली जाएगी। इसी तरह सरकारी अस्पतालों में निजी अस्पतालों के बराबर मुफ्त इलाज मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पंजाब को बुलंदियों पर देखना चाहते हैं, जिसके लिए वे बड़े प्रयास कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए पंजाब सरकार ने राज्य भर में 842 आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए हैं, जिन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई क्रांति की नींव रखी है। उन्होंने कहा कि अब तक 2 करोड़ से अधिक लोग इन क्लीनिकों का लाभ उठा चुके हैं और इन क्लीनिकों में आने वाले 95% मरीज अपनी बीमारियों से छुटकारा पा चुके हैं। उन्होंने कहा कि 30 अन्य ऐसे क्लीनिक स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे लोगों को उनके घरों के नजदीक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं हासिल होंगी।

 

पंजाब

किसानों ने शुरू किया रेल रोको आंदोलन, 30 दिसंबर तक पंजाब बंद का आह्वान

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चंडीगढ़। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बुधवार को कहा कि किसानों ने 30 दिसंबर को ‘पंजाब बंद’ का आह्वान किया है। इसके साथ ही पंधेर ने प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें नहीं मानने के लिए केंद्र की आलोचना की। पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ का आह्वान करने का फैसला संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने किया है। किसान नेता ने कहा, ‘‘इस महीने की 30 तारीख को पूर्ण ‘बंद’ रहेगा।’’

अमृतसर में मीडिया को संबोधित करते हुए पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। उन्होंने व्यापारियों, कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों समेत अन्य लोगों से ‘बंद’ को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, जिस तरह रेल रोको विरोध सफल रहा। उसी तरह पंजाब बंद को भी सफल बनाया जाना चाहिए।

अपनी मांगों पर अड़े किसान

पजाब में बुधवार को रेल सेवाएं प्रभावित हुईं, क्योंकि किसानों ने फसलों के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अपनी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए तीन घंटे के ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन के तहत 50 से अधिक स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया। फिरोजपुर रेलवे मंडल के अधिकारियों के अनुसार, 52 स्थानों पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण 12 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं। उन्होंने बताया कि 34 रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं।

किसानों की क्या हैं मांगें?

किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, फसलों का मूल्य तय करने के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, कृषि को विश्व व्यापार संगठन से बाहर करने और कुछ अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों और खेतिहर मज़दूरों के लिए पेंशन की भी मांग है। साथ ही बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने की भी मांग की जा रही है।

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