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प्रादेशिक

पश्चिम बंगालः हाशखली में हुआ भीषण सड़क हादसा, 18 की मौत

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नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के हाशखली में रविवार को स्टेट हाईवे पर एक बड़े हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक घटना तड़के करीब 3 बजे की है, जब एक शव ले जा रहे यात्रियों से भरे मैटाडोर ने नियंत्रण खो दिया और सड़क के किनारे खड़े पत्थर से लदे ट्रक को टक्कर मार दी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कम से कम 30 यात्रियों को लेकर एक वाहन नबद्वीप की ओर जा रहा था जब उसने नियंत्रण खो दिया और सड़क के किनारे खड़े ट्रक को टक्कर मार दी। अब तक हमें पता चला कि वाहन में शव उत्तरी 24 परगना के बगदा से आ रहा था।

अधिकारी ने कहा, शुरूआती रिपोटरें के अनुसार, 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और नौ अन्य को शक्तिनगर के जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां सात अन्य लोगों ने दम तोड़ दिया। दो लोगों को कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, उनकी हालत गंभीर है।

स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आकर घायलों को अस्पताल भिजवाया। अधिकारी ने कहा, हमने जांच शुरू कर दी है लेकिन यह सुनिश्चित नहीं है कि मैटाडोर का ड्राइवर जिंदा है या नहीं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मौतों पर शोक व्यक्त किया है।

शाह ने अपने ट्विटर पर कहा, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में हुई सड़क दुर्घटना बहुत दुखद है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के प्रति मेरी संवेदना है। भगवान इस कठिन परिस्थिति में उनकी मदद करें। मैं घायलों की तेजी से ठीक होने की कामना करता हूं।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपने ट्वीट में कहा, नादिया जिले में एक वाहन के सड़क के किनारे खड़े एक ट्रक से टकराने में 18 लोगों की मौत और 5 अन्य के घायल होने की सूचना पर गहरा दुख हुआ। सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने की जरूरत है। राज्यपाल ने ममता बनर्जी सरकार से मृतकों के परिवार और घायलों को मदद करने के लिए कहा।

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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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