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निर्माणाधीन मंदिर में क्या प्राण प्रतिष्ठा होती है? दिग्विजय सिंह ने PM मोदी से पूछे ये चार सवाल
नई दिल्ली। 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य श्री राम मंदिर में धूम-धाम से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई है लेकिन समारोह को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है। राम मंदिर उद्घाटन से पहले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा और आरएसएस का इवेंट करार दिया और अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पूजन को लेकर सवाल खड़े कर दिए।
कांग्रेस नेता ने उठाए प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर सवाल
दिग्विजय सिंह ने आज सुबह सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, क्या अयोध्या जी में रामलला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा धार्मिक आयोजन था या राजनीतिक? क्या हमारे सनातन धर्म शास्त्र के अनुसार था या नहीं था?
मैं मेरे हिन्दू धर्म प्रेमियों से पूछना चाहता हूं क्या उन्होंने कोई भी निर्माणाधीन मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होते हुए देखी है या सुनी है? क्या यजमान बिना पत्नी के बैठता है? क्या विश्व हिंदू परिषद, बीजेपी और नरेंद्र मोदी जी मेरे प्रश्नों का जवाब देंगे?
उन्होंने आगे लिखा,”मुझे मालूम है मुझे यह लोग मेरे प्रश्नों का उत्तर नहीं देंगे पर अपनी Troll सेना से गाली दिलवायेंगे क्योंकि झूठे वादे करना झूठ बोलना ही इनका धर्म है। जय सिया राम।
कांग्रेस ने दिग्गज नेताओं ने ठुकराया था निमंत्रण
बता दें कि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बना ली। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का कहना था कि आगामी लोकसभा चुनाव में वोट हासिल करने के लिए बीजेपी राम मंदिर का जल्दबाजी में उद्घाटन कर रही है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कहा कि यह एक राजनीतिक कार्यक्रम था।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर क्या बोले राहुल गांधी
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान पत्रकारों ने राहुल गांधी से पूछा कि अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के बारे में और वह देश में उत्पन्न हुई लहर का मुकाबला कैसे करेंगे? तो इसपर उन्होंने जवाब दिया कि , “ऐसा कुछ नहीं है कि कोई लहर है। मैंने पहले भी कहा था कि यह भाजपा का राजनीतिक कार्यक्रम है और नरेंद्र मोदी जी ने वहां एक समारोह और एक शो किया, यह अच्छा है।”
बीजेपी का चरित्र कहीं भी भगवान राम के करीब नहीं: कपिल सिब्बल
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा था, “यह पूरा मुद्दा दिखावा है। वे (बीजेपी) राम के बारे में बात करते हैं लेकिन उनका व्यवहार, उनका चरित्र कहीं भी भगवान राम के करीब नहीं है।”
भाजपा ने क्या कहा
वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं द्वारा राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण ठुकराने पर भाजपा ने कहा कि यह पार्टी सनातन और हिंदू विरोधी है। वहीं, तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कांग्रेस ने यह फैसला लिया।
नेशनल
भारतीय मौसम ने उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में भीषण शीतलहर और घने कोहरे की चेतावनी दी
नई दिल्ली । उत्तर भारत के कई राज्य ठंड की चपेट में हैं। दो दिन हुई बारिश के बाद अब शीत लहर (Cold Wave) चल रही है। सुबह और शाम के समय हल्का कोहरा भी देखा जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में भीषण शीत लहर और घने कोहरे की स्थिति की चेतावनी जारी की है।
अब शीत लहर का अटैक
मौसम विभाग ने 30 दिसंबर (सोमवार), 31 दिसंबर (मंगलवार) और 1 जनवरी (बुधवार) को हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के कुछ इलाकों में भीषण शीत लहर चलने की संभावना जताई है। इस दौरान पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के कुछ इलाकों में भी तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। नए साल यानी बुधवार को इन सभी राज्यों में शीत लहर चलेगी। तापमान में काफी गिरावट रहेगी।
इन राज्यों में छाया रहेगा घना कोहरा
अगले तीन दिन यानी नए साल (बुधवार) तक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के कुछ हिस्सों में देर रात और सुबह के समय घने से लेकर बहुत घने कोहरे की संभावना है। उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की उम्मीद है। इसके चलते अगले कुछ दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ सकती है।
भारी बर्फबारी से कश्मीर में जनजीवन प्रभावित
कश्मीर में मौसम की सबसे भारी बर्फबारी के कारण हवाई, रेल और सड़क यातायात बाधित हो गया है। लोगों को बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित होने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भारी बर्फबारी के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है। बनिहाल और बारामुल्ला के बीच ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गईं है। श्रीनगर से हवाई यातायात ठप हो गया है।
उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में लगातार बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट आई है। औली, हेमकुंड साहिब और चोपता जैसे लोकप्रिय स्थल बर्फ से ढक गए हैं। बद्रीनाथ और जोशीमठ-नीति मार्ग सहित प्रमुख राजमार्ग बाधित हो गए हैं, जिससे संपर्क प्रभावित हुआ है। बारिश ने कर्णप्रयाग, थराली और नारायणबाग क्षेत्रों के कई गांवों में बिजली बाधित करके समस्याएँ और बढ़ा दी हैं।
दिल्ली में रिकॉर्ड बारिश के बाद अब शीत लहर
रविवार को दिल्ली में बादल छाए रहे और ठंड का मौसम रहा है। सोमवार को भी दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहेंगे। आज भी शीत लहर चलेगी। इसके चलते तापमान में गिरावाट आएगी। दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे 15.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है, जबकि बारिश के कारण न्यूनतम तापमान असामान्य रूप से 12.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। पिछले दिनों दिल्ली में 24 घंटों के अंदर 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। 1923 के बाद से दिसंबर में एक दिन में हुई सबसे अधिक बारिश है।
पंजाब और हरियाणा में नीचे गया तापमान
पंजाब और हरियाणा में रविवार को भी बारिश हुई। अमृतसर, लुधियाना और अंबाला जैसे शहरों में तापमान नीचे चला गया है। राजस्थान में मध्यम बारिश हुई, झालावाड़ जिले में 86 मिमी बारिश दर्ज की गई। कुछ पूर्वी इलाकों में ओले भी गिरे। घने कोहरे के कारण क्षेत्र के कुछ हिस्सों में दृश्यता कम हो गई। पंजाब और हरियाणा की साझा राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, साथ ही पूरे दिन बारिश भी हुई।
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