अन्तर्राष्ट्रीय
फिच के क्रेडिट रेटिंग घटाने से बिफरे व्हाइट हाउस के अधिकारी, कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
वाशिंगटन। क्रेडिट रेटिंग की वैश्विक कंपनी फिच रेटिंग्स ने अमेरिकी सरकार की क्रेडिट रेटिंग को AAA से घटाकर AA+ कर दिया है, जिसके लिए “शासन के मानकों में लगातार गिरावट” का हवाला दिया गया है। यह गिरावट हाल के ऋण सीमा नाटक के बाद आई है, जहां सांसद इस साल की शुरुआत में ऋण सीमा सौदे पर अंतिम मिनट तक बातचीत कर रहे थे, जिससे देश की पहली चूक का खतरा था।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 6 जनवरी का विद्रोह भी इसका एक प्रमुख योगदान कारक था। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने सीएनएन को बताया कि बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक में फिच रेटिंग्स के प्रतिनिधियों ने छह जनवरी के विद्रोह को बार-बार एक महत्वपूर्ण चिंता के रूप में रेखांकित किया क्योंकि यह अमेरिकी शासन से संबंधित मामला है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, फिच ने कहा कि रेटिंग घटाने का निर्णय केवल नवीनतम ऋण सीमा गतिरोध के कारण नहीं लिया गया है, बल्कि “राजकोषीय और ऋण मामलों” के संबंध में पिछले 20 वर्षों में शासन के मानकों में लगातार गिरावट” के कारण भी लिया गया है। इस घटनाक्रम पर बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
रेटिंग में कमी के पीछे अपने तर्क को समझाते हुए फिच ने कहा, ‘अगले तीन साल में राजकोषीय स्थिति में गिरावट, सरकार पर कर्ज का बोझ बढ़ने और पिछले दो दशकों में ‘एए’ और ‘एएए’ रेटिंग वाले समकक्षों की तुलना में शासन में गिरावट का जिक्र किया गया है।
वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “मैं फिच रेटिंग्स के फैसले से पूरी तरह असहमत हूं।” उन्होंने कहा, ‘फिच रेटिंग्स की ओर से किया गया बदलाव मनमाना और पुराने आंकड़ों पर आधारित है।’ व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरिन जीन-पियरे ने एक बयान में कहा कि “हम इस फैसले से दृढ़ता से असहमत हैं।” उन्होंने फिच की कार्यप्रणाली पर चिंता जताई।
सीएनएन ने पियरे के हवाले से कहा, ‘यह स्पष्ट है कि रिपब्लिकन अधिकारियों की ओर से चरमपंथ, चीयरलीडिंग डिफॉल्ट, शासन और लोकतंत्र को कमजोर करने और अमीरों व निगमों के लिए घाटे को कम करने की मांग हमारी अर्थव्यवस्था के लिए एक निरंतर खतरा है।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने रेटिंग कम करने के लिए रिपब्लिकन पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए एक बयान में कहा कि उनके लापरवाह रवैये और चूक के साथ छेड़छाड़ के देश के लिए नकारात्मक परिणाम होंगे।
IANS News
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।
इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।
इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
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