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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने में जुटी योगी सरकार

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लखनऊ। 2025 में होने जा रहे महाकुंभ को योगी सरकार भव्य और दिव्य बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। इस महाआयोजन के लिए करोड़ों भक्तों के प्रयागराज पहुंचने की संभावना को देखते हुए प्रदेश सरकार ने 2022 में दोबारा सत्ता संभालते ही प्रयागराज में पर्यटन और यात्री सुविधाओं के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं को पूरी ताकत से आगे बढ़ाया है। इसी क्रम में सरकार महाकुंभ और महाकुंभ से इतर यहां 384 विकास परियोजनाओं पर 7500 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। इसके तहत सरकार अब तक शुरू हो चुके 250 प्रोजेक्ट्स के लिए 2228 करोड़ रुपए जारी भी कर चुकी है। उल्लेखनीय है कि महाकुंभ से संबंधित 284 प्रोजेक्ट्स के लिए 4462 रुपए से ज्यादा का फंड स्वीकृत किया गया है, जिसके सापेक्ष शुरू हो चुके 170 प्रोजेक्ट्स के लिए करीब 1540 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं तो वहीं,महाकुंभ से इतर चल रहे 100 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स के लिए योगी सरकार ने 3057 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की थी, जिसमें शुरू हो चुके 80 प्रोजेक्ट्स के लिए 688 करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि जारी हो चुकी है।

14 विभाग महाकुंभ के महाआयोजन को सफल बनाने में जुटे

कुंभ को लेकर कुल 14 विभागों के प्रोजेक्ट कार्य चल रहे हैं। इसमें पर्यटन विभाग के 5 प्रोजेक्ट भी हैं। इनमें 3 की शुरुआत हो चुकी है, जिसके लिए प्रस्तावित 28 करोड़ के बजट के एवज में 8.64 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी है। इसी तरह इरीगेशन डिपार्टमेंट के सभी 8 प्रोजेक्ट्स के लिए प्रस्तावित 250 करोड़ में से करीब 90 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए जा चुके हैं। प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी के अंतर्गत 42 प्रोजेक्ट्स के लिए 175 करोड़ रुपए,यूपी ब्रिज के 4 प्रोजेक्ट्स के लिए 255 करोड़ रुपए, पीडब्ल्यूडी के 41 प्रोजेक्ट के लिए 320 करोड़ रुपए, हेल्थ एंड वेलफेयर डिपार्टमेंट के 17 प्रोजेक्ट्स के लिए 29 करोड़ रुपए, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के 4 प्रोजेक्ट्स के लिए 13.33 करोड़ रुपए,मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में 11 प्रोजेक्ट्स के लिए 31.20 करोड़ रुपए, यूपीपीसीएल के 22 प्रोजेक्ट्स के लिए 196 करोड़ रुपए, प्रयागराज म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के 29 प्रोजेक्ट्स हेतु 103 करोड़, यूपी जल निगम के 15 प्रोजेक्ट्स के लिए 86 करोड़, यूपीएसआरटीसी के 7 प्रोजेक्ट्स हेतु करीब 8 करोड़ रुपए और प्रयागराज मेला अथॉरिटी के तहत 7 प्रोजेक्ट्स के लिए 223.53 करोड़ रुपए जारी किए जा चुके हैं। वहीं गंगा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से संबंधित 5 प्रोजेक्ट्स के लिए 107 करोड़ से ज्यादा का फंड स्वीकृत है। अभी डीपीआर की प्रक्रिया जारी है, जिसके बाद धनराशि जारी की जाएगी।

महाकुंभ के अलावा भी व्यापक पैमाने पर चल रहा विकास कार्य

महाकुंभ के अतिरिक्त भी प्रयागराज को पर्यटन और यात्रियों की सुविधाओं के लिए संवारा जा रहा है। इसके अंतर्गत 7 विभागों के प्रोजेक्ट्स संचालित हैं। इसमें टूरिज्स डिपार्टमेंट के कुल 29 प्रोजेक्ट्स के लिए 70 करोड़ से ज्यादा की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है और 23 करोड़ से ज्यादा की राशि जारी भी की जा चुकी है। इसी तरह प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी के 10 प्रोजेक्ट्स के लिए स्वीकृत 102 करोड़ रुपए में से 20 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी है। यूपी ब्रिज के अंतर्गत 12 प्रोजेक्ट्स के लिए 620 करोड़ रुपए जारी हो चुके हैं तो पीडब्ल्यूडी के 18 प्रोजेक्ट्स हेतु 8 करोड़ और प्रयागराज म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के 22 प्रोजेक्ट्स के लिए 17 करोड़ रुपए की राशि रिलीज की गई है। इरीगेशन डिपार्टमेंट के 7 प्रोजेक्ट्स के लिए 58 करोड़ और गंगा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के 3 प्रोजेक्ट्स हेतु 496 करोड़ के फंड की स्वीकृति मिल चुकी है और जल्द राशि जारी किए जाने की संभावना है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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