Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

बाढ़ से टूटे अरमान तो योगी सरकार ने दिया रोटी, कपड़ा और मकान

Published

on

Loading

लखनऊ| रोटी, कपड़ा और मकान, यह हर गरीब की पहली जरूरत होती है। बाढ़ से जब गरीबों की यह मूलभूत जरूरतें प्रभावित हुईं तो उसके लिए योगी सरकार मददगार के रूप में सामने आयी। बाढ़ से क्षतिग्रस्त घरेलू सामान और तन ढकने के लिए करीब 20 लाख रुपये सहायता धनराशि दी गयी। इसके अतिरिक्त योगी सरकार ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त 2649 मकानों के लिए भी करीब 5 करोड़ रुपये की सहायता धनराशि उपलब्ध करायी है। वहीं, 2,54,735 खाद्यान्न और 8,54,517 लंच पैकेट वितरित किये गये। इतना ही नहीं क्षतिग्रस्त पशुबाड़े के लिए 2,58,000 रुपये की धनराशि वितरित की गयी। मालूम हो कि गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तत्पर योगी सरकार उनकी छोटी से छोटी जरूरत को भी पूरा कर रही है। जनता के बीच मंच से अक्सर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि गरीबों और वंचितों की मदद के लिए उनके पास पैसों की कोई कमी नहीं है। अपने इसी कथन को पूरा करते हुए सीएम योगी ने प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की है।

9 जिलों के 403 परिवारों को तन ढकने के लिए दिये 10 लाख

राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि उत्तर प्रदेश आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है। ऐसे में योगी सरकार की ओर से पिछले साढ़े सात वर्षों में आपदा न्यूनीकरण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गये। उन्होंने आपदा से प्रभावितों की हर संभव मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है। सीएम योगी की आपदा प्रभावितों के प्रति संवेदनशीलता का ही असर है कि हर बार की तरह इस बार भी बाढ़ प्रभावितों की छोटी-छोटी जरुरतों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 403 परिवारों को तन ढकने के लिए 10,07,500 रुपये की सहायता धनराशि दी गयी। यह धनराशि 9 जिलों के बाढ़ प्रभावितों को 2,500 रुपये प्रति परिवार के हिसाब से वितरित की गयी। इसमें सबसे अधिक लखीमपुर खीरी के 94, शाहजहांपुर के 82, श्रावस्ती के 60, बलिया के 52, कुशीनगर के 46, बहराइच के 28, फर्रुखाबाद के 21 और बलरामपुर, सिद्धार्थनगर के 10-10 परिवार को सहायता धनराशि प्रदान की गयी।

8 जिलों के 382 परिवारों को घरेलू सामान के लिए दिये साढ़े नौ लाख

इसी तरह बाढ़ प्रभावित 8 जिलों के 382 परिवारों को क्षतिग्रस्त बर्तन समेत अन्य घरेलू सामान के लिए 9,55,000 रुपये की सहायता धनराशि प्रदान की गयी। यह धनराशि बाढ़ प्रभावित को 2,500 रुपये के हिसाब से वितरित की गयी। इसमें सबसे अधिक लखीमपुर खीरी के 94, शाहजहांपुर के 82, श्रावस्ती के 60, बलिया के 52, कुशीनगर के 46, बहराइच के 28 और बलरामपुर, सिद्धार्थनगर के 10-10 परिवार को सहायता धनराशि प्रदान की गयी। इसी तरह बाढ़ से 8 जिलों में 86 पशुबाड़े के लिए 2,58,000 रुपये की धनराशि प्रदान की गयी। इसमें लखीमपुर खीरी में 37, हरदोई में 18, पीलीभीत में 17, बलरामपुर में 4, बहराइच और शाहजहांपुर में 3-3, श्रावस्ती और सिद्धार्थनगर में 2-2 पशुबाड़े के लिए धनराशि वितरित की गयी।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

Published

on

Loading

लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

Continue Reading

Trending