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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार परिषदीय छात्रों में जिज्ञासा आधारित शिक्षा को कर रही प्रोत्साहित

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लखनऊ। छोटे बच्चे स्वभावतः जिज्ञासु होते हैं और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। हालांकि, अपने सीमित ज्ञान के कारण वे अपनी जिज्ञासाओं का पूरी तरह समाधान करने में अक्सर असफल रहते हैं। ऐसे में उन्हें मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।

इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने परिषदीय विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए ‘जिज्ञासा आधारित शिक्षा’ को प्रोत्साहित करने की पहल की है। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत इन कक्षाओं के छात्रों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने, प्रयोग के विविध अवसर प्रदान करने और विज्ञान की प्रक्रियाओं व विधियों की सम्यक् समझ विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रतियोगिताओं के माध्यम से हो रहा है चयन

सितम्बर माह में चल रहे ‘राष्ट्रीय आविष्कार अभियान’ के तहत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों के माध्यम से छात्रों का चयन किया जा रहा है। चयनित छात्रों को विकास खंड और जनपद स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।

क्विज प्रतियोगिता है चयन का आधार

होनहार छात्रों के चयन के लिए क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों में तर्कशीलता, टीम वर्क, प्रतिस्पर्धात्मक भावना, आत्मविश्वास को बढ़ावा देने और भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए सकारात्मक वातावरण तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है।

तीसरे शनिवार को हो चुकी है विद्यालय स्तर की क्विज प्रतियोगिता

सितम्बर माह के तीसरे शनिवार को आयोजित विद्यालय स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में प्रत्येक उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालय के छात्रों को भाग लेने का अवसर मिला। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तीन चयनित छात्रों की सूची विकास खंड स्तरीय प्रतियोगिता के लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को भेज दी गई है।

चौथे शनिवार को ब्लॉक स्तर पर होगी परीक्षा

विद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित छात्रों की परीक्षा सितम्बर माह के चौथे शनिवार को ब्लॉक स्तर पर आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में प्रत्येक विद्यालय से चयनित तीन छात्रों को भाग लेने का अवसर मिलेगा। दो चरणों में होने वाली इस प्रतियोगिता के पहले चरण में विकास खंड के सभी परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों से चयनित 3-3 छात्र शामिल होंगे। 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQ) की परीक्षा में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 25 छात्रों को अंतिम चरण के लिए चुना जाएगा। इन 25 छात्रों को 5-5 के समूहों में विभाजित किया जाएगा और वे विकासखंड स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। अंतिम चरण में विजेता टीम को जनपद स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा।

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उत्तर प्रदेश

अब मथुरा के मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद की जांच शुरू, खाद्य विभाग ने लिए सैंपल

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मथुरा। आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद मथुरा में भी हलचल बढ़ गई है। श्रीकृष्ण (ठाकुर जी) पर चढ़ाए जाने वाले भोग-प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर चिंतित सरकार के निर्देश पर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने सोमवार को मथुरा और वृंदावन के धार्मिक स्थलों के पास और अन्य स्थानों पर मिठाई की 15 दुकानों से खाद्य पदार्थों के 43 नमूने एकत्रित किए, और अभियान की शुरुआत की।

जांच के लिए भेजे गए प्रसाद

मथुरा में पेड़े के एक नमूने में मिलावटी सामग्री का शक होने पर उसे विस्तृत जांच के लिए लखनऊ की राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार को मथुरा और वृंदावन के विभिन्न स्थानों पर सैंपलिंग अभियान के दौरान 15 विक्रेताओं से 43 नमूने एकत्र किए गए। इन नमूनों में दूध से बनी मिठाइयां, पनीर, पेड़ा, बर्फी, मिल्क केक, रसगुल्ला, इमरती, सोनपापड़ी, अन्य मिठाइयां और मसाले शामिल हैं।

सहायक आयुक्त धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि -मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सामने स्थित दुकानों और नए बस स्टैंड के आसपास की दुकानों, साथ ही वृंदावन में बांकेबिहारी मंदिर मार्ग पर विद्यापीठ चौराहे के आसपास की दुकानों से नमूने लिए गए और उन्हें मोबाइल लैब में तत्काल जांचा गया। 42 नमूने मानकों के अनुरूप पाए गए, लेकिन पेड़े का एक नमूना संदिग्ध होने पर उसे लखनऊ स्थित राज्य प्रयोगशाला में भेजा गया

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