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अन्तर्राष्ट्रीय

अपेक कारोबारी अधिकारियों को चीनी अर्थव्यवस्था पर भरोसा

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मनीला| एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (अपेक) के कारोबारी अधिकारियों ने मंगलवार को चीन की अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए कहा कि चीन का गत 30 सालों में उल्लेखनीय विकास हुआ है और संरचनागत बदलाव के बाद इसका विकास जारी रहेगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अपेक सीईओ सम्मेलन से अलग आस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड जेपी मोर्गन के अध्यक्ष सर रोड एडिंग्टन ने कहा कि वह चीन की अर्थव्यवस्था के प्रति आशान्वित हैं।

उन्होंने कहा, “अभी चीन में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहा है। वह निर्यात की जगह घरेलू खपत पर अधिक ध्यान दे रहा है। किसी भी बदलाव में कुछ तो समय लगता ही है।”

उन्होंने कहा, “कठिनाइयां और चुनौतियां हमेशा होती हैं, लेकिन मैं चीन की अर्थव्यवस्था के प्रति आशान्वित हूं।”

एरो मोंट्रियल की अध्यक्ष और महानिदेशक सुजेन एम. बेनॉइट ने कहा कि दुनिया में हर जगह आर्थिक सुस्ती आती है। उन्होंने कहा, “चीन महत्वपूर्ण इसलिए है, क्योंकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।”

उन्होंने कहा कि चीन बड़ी तेजी से विकास कर रहा है और यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आर्थिक पक्ष है।

वियतनाम चैंबर ऑफ कॉमर्श एंड इंडस्ट्री के प्रथम कार्यकारी उपाध्यक्ष होआंग वान डंग ने कहा कि चीन वैश्विक व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने उम्मीद जताई कि चीन संरचनागत सुविधाओं को सुधारने में अपेक अर्थव्यवस्थाओं को मदद करेगा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि चीन की अर्थव्यवस्था जल्द ही सुस्ती से बाहर निकलेगी।

इस बीच अपेक बिजनेस एडवायजरी काउंसिल (एबीएसी) के अध्यक्ष डोरिस मैगसेसे-हो ने सोमवार को एक बयान में कहा एशिया-प्रशांत क्षेत्र में विकास के नए इंजन की जरूरत है, क्योंकि अगले दो साल तक क्षेत्र का आर्थिक विकास शुरुआती उम्मीद से कम रह सकता है।

एबीएसी का समापन सोमवार को हुआ। बुधवार और गुरुवार को एशिया-प्रशांत आर्थिक मंच (अपेक) शिखर सम्मेलन होने वाला है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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