Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

‘अमेरिका ने लादेन का मृत्यु प्रमाण-पत्र देने से इंकार कर दिया था’

Published

on

लंदन,विकिलीक्स द्वारा लीक,सऊदी अरब,अलकायदा,ओसामा बिन लादेन

Loading

लंदन | विकिलीक्स द्वारा लीक की गई सऊदी अरब से प्राप्त 60,000 से अधिक कूटनीतिक सूचनाओं से खुलासा हुआ है कि सऊदी अरब स्थित अमेरिकी दूतावास ने ओसामा बिन लादेन के बेटे को मृत्यु प्रमाण-पत्र देने से इंकार कर दिया था। ब्रिटेन स्थित आईबीटाइम्स की रपट के अनुसार, शुक्रवार को सार्वजनिक की गई इस सूचना के अनुसार, अलकायदा के पूर्व प्रमुख और 9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन के पुत्र ने सऊदी अरब स्थित अमेरिकी दूतावास को पत्र लिखकर अपने पिता का मृत्यु प्रमाण-पत्र मांगा था। लेकिन उसके अनुरोध को ठुकरा दिया गया था।

यह खुलासा, जुलियन असांज के विकिलीक्स द्वारा हाल में प्रकाशित दस्तावेजों से हुआ है। ओसामा के बेटे अब्दुल्ला बिन लादेन के अनुरोध के जवाब में अमेरिकी दूतावास ने कहा था, “यह सैन्य अभियानों में व्यक्तियों के नियमित तौर पर मारे जाने की नियमित परंपरा के समान है।” यह पत्र अमेरिकी कार्रवाई में लादेन के मारे जाने के चार महीने बाद नौ सितंबर, 2011 को लिखा गया था। लादेन ने पाकिस्तान के एबटाबाद में एक इमारत में पनाह ले रखी थी। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि बिन लादेन को समुद्र में दफना दिया गया था। रियाद स्थित अमेरिकी दूतावास के एक राजनयिक, ग्लेन कीसर की तरफ से लिखे गए पत्र के जवाब में कहा गया है, “ओसामा बिन लादेन के मृत्यु को सत्यापित करने की एक अन्य प्रक्रिया है।”

कीसर ने ‘नोले प्रोसेक्यू’ का जिक्र किया। इस लैटिन शब्द का अर्थ होता है कि हम अब मुकदमा नहीं चलाएंगे। अदालत ने यह आदेश जारी किया था, जिसका अर्थ यह होता है कि बिन लादेन के खिलाफ आपराधिक मामले समाप्त कर दिए गए हैं, और इस तरह यह मृत्यु के प्रमाण के रूप में काम कर सकता है। विकिलीक्स ने शुक्रवार को अपने संस्थापक जुलियन असांज के लंदन स्थित इक्वोडोर के दूतावास में शरण लेने की तीसरी वर्षगांठ मनाया।

अन्तर्राष्ट्रीय

SCO SUMMIT : विदेश मंत्री एस जयशंकर जाएंगे पकिस्तान, शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में होंगे शामिल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच काफी लंबे समय से रिश्ते खत्म हैं और तनातनी का सिलसिला जारी है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान जाएंगे। यहां वह SCO (शंघाई सहयोग संगठन) की बैठक में शामिल होंगे। 15-16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में बैठक होगी। 2014 के बाद यह पहली बार होगा जब कोई भारतीय मंत्री पाकिस्तान जाएगा। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर 9 साल बाद पाकिस्तान जाएंगे।

SCO के काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (CHG) की बैठक में जयशंकर हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह जानकारी दी। पाकिस्तान ने 29 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक का न्योता दिया था। पाकिस्तान के विदेश विभाग की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा था, ‘बैठक में भाग लेने के लिए सभी सदस्य देशों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा गया है।

Continue Reading

Trending