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बिजनेस

अलसी से लिनेन कपड़े बनाने की पतंजलि ने की पहल

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रायपुर, 24 दिसम्बर (आईएएनएस/वीएनएस)। भारत में आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण के लिए प्रसिद्ध पतंजलि आयुर्वेद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आचार्य बालकृष्ण ने रविवार को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विकसित हर्बल गार्डन का भ्रमण किया।

आचार्य बालकृष्ण ने अलसी के पौधे के रेशे से लिनेन कपड़े के निर्माण की औद्योगिक संभावनाओं के संबंध में कपड़ा राज्य मंत्री अजय टमटा से फोन पर चर्चा की और इस दिशा में केन्द्र शासन से आवश्यक सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। (22:10)
कुलपति डॉ. एस. के. पाटील ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगभग एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अलसी का उत्पादन किया जा रहा है। इस परिपेक्ष्य में लिनेन कपड़े के निर्माण की छत्तीसगढ़ में व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से अलसी सहित अन्य 8 फसलों का मूल्य संवर्धन करने के लिए भाभा अटॉमिक रिसर्च सेन्टर के सहयोग से फूड प्रोडक्ट्स निर्मित करने की तकनीक विकसित की जा चुकी है। उन्होंने आचार्य बालकृष्ण से पतंजलि समूह की ओर से राजनांदगांव जिले में स्थापित किये जाने वाले फूड पार्क में इनका व्यवसायिक उत्पादन करने का अनुरोध किया।

आचार्य बालकृष्ण ने विश्वविद्यालय की ओर से औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती की सराहना की। उन्होंने पतंजलि समूह की ओर से यहां उत्पादित होने वाले औषधीय और सुगंधित पौधों का क्रय करने की इच्छा जाहिर की और विश्वविद्यालय को इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव भेजने को कहा। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील ने आचार्य बालकृष्ण को विश्वविद्यालय की ओर से औषधीय और सुगंधित फसलों के उत्पादन और संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।

आचार्य बालकृष्ण ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में विकसित हर्बल गार्डन में विभिन्न औषधीय और सुगंधित फसलों का अवलोकन किया। उन्होंने यहां सर्पगंधा, अश्वगंधा, गिलोय, केवांच, ऐलोवेरा, लेमन ग्रास, अपराजिता, पचैली, हडजोड सहित लगभग 160 प्रजातियों के औषधीय और सुगंधित फसलों के उत्पादन का निरीक्षण भी किया। साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से पान की खेती की ओर किये जा रहे प्रयास की सराहना करते हुए इसके विक्रय में पतंजलि की ओर से सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।

आचार्य बालकृष्ण ने सर्पगंधा, अश्वगंधा, केवांच, ऐलोवेरा, आंवला, तुलसी के पौधों और बीज क्रय करने की इच्छा जताई। उन्होंने छत्तीसगढ़ में परंपरागत जड़ी-बूटियों के संरक्षण के लिए जल्द ही पतंजलि समूह की ओर से ग्रामीण वैद्यों और किसानों का सम्मेलन किए जाने की जानकारी देते हुए कृषि विश्वविद्यालय से इसमें आवश्यक सहयोग देने का अनुरोध किया।

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ऑटोमोबाइल

मारुति सुजुकी ने लॉन्च की नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर, शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख

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नई दिल्ली। मारुति सुजुकी ने भारत में अपनी नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर को सोमवार (11 नवंबर) को लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी है। इस मॉडल को 5-स्टार GNCAP क्रैश टेस्ट रेटिंग मिली है और यह सेगमेंट में सर्वश्रेष्ठ माइलेज का दावा करती है। डिजायर, भारत की सबसे लोकप्रिय सब-4 मीटर कॉम्पैक्ट सेडान रही है, जिसकी अब तक 27 लाख से अधिक यूनिट्स बिक चुकी हैं।

माइलेज मिलेगा शानदार

मारुति सुजुकी ने नई स्टैंडर्ड डिजायर के लिए 24.79 किमी प्रति लीटर, ऑटोमैटिक डिजायर के लिए 25.71 किमी प्रति लीटर और सीएनजी वैरिएंट के लिए 33.73 किमी प्रति किलो की माइलेज का दावा किया है।

सेफ्टी का है खास इंतजाम

ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में मारुति सुजुकी की नई डिजायर को एडल्ट पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 5 स्टार रेटिंग और चाइल्ड पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 4 स्टार मिले हैं। एमएसआई के पास वर्तमान में कुल घरेलू यात्री वाहन खंड में 40 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी (थोक) है। खुदरा बिक्री के मामले में कंपनी ने अक्टूबर में 2.02 लाख इकाइयों के साथ अपना अब तक का सर्वोच्च प्रदर्शन दर्ज किया। सेडान खंड में इसकी बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है।

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