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ताजनगरी पर आतंकी साया, ISIS की ओर से मिला धमकी भरा पत्र
द्वारकेश बर्मन
आगरा। उड़ी हमले के बाद तेज हुई गतिविधियों के बीच अब आगरा में आतंकी संगठन आईएसआईएस की ओर से धमाके की धमकी दी गई है। गुरुवार को आईएस कंमाडर की ओर से धमकी भरा पत्र मिलने के बाद हडक़म्प मच गया है। खत में आगरा के सदर बाजार, जनकपुरी और जय हॉस्पिटल को उड़ाने की धमकी दी गई है।
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर धमकी भरा पत्र मिलने से जनपद में दहशत का माहौल है। जो पत्र मिला है वह आईएसआईएस कमांडर के नाम से आई है। पत्र भेजने वाले ने पत्र पर स्वयं की पहचान आईएसआईएस कमांडर मोहम्मद मिर्जा के नाम से बताई है। पत्र में आगरा को लहूलुहान करने की धमकी दी गई है।
पत्र में धमाके का दिन शुक्रवार समय सायं 7 से 8 बजे और धमाके के स्थान सदर बाजार के साथ साथ जनकपुरी इलाके का भी जिक्र किया गया है। गौरतलब है कि दोनों ही इलाकों में भीड़भाड़ रहती है और धमाकों के लिए बताए गए समय पर भीड़ का दबाव और भी अधिक होता है। पत्र में सदर बाजार, जनकपुरी के साथ-साथ थाना न्यू आगरा के अंतर्गत जय हॉस्पिटल को भी उड़ाने की धमकी दी गई है।
आपको बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट धमाकों के समय में जय अस्पताल में धमाका हो चुका है। पत्र में शुक्रवार रात 7- 8 के बीच धमाका करने की धमकी दी गई है। पत्र प्राप्ति के बाद से ही आगरा प्रशासन व पुलिस के होश फाख्ता हो गए हैं और रेलवे पुलिस व प्रबंधन ने तत्काल इसकी जांच शुरू कर दी है। आनन फानन में एलर्ट जारी करने के साथ जनपद के सभी आला अधिकारी मुस्तैदी के साथ मोर्चा संभाल चुके हैं। पत्र मिलने के बाद मौके पर पहुंचे तमाम आला अधिकारियों से आगरा के व्यापारियों ने सुरक्षा की मांग की है।
आगरा में धमकियों का इतिहास पुराना
ताजनगरी को पूर्व में भी कई धमकियां मिल चुकी हैं। यूं तो यहां समय-समय पर विस्फोट, बम ब्लास्ट और अन्य आतंकी गतिविधियों के नाम पर धमकी भरे पत्र मिलते रहते हैं। पर गौर करने योग्य बात यह है कि धमकी भरे खत में पूर्व में हुए जय अस्पताल धमाकों का हवाला भी दिया गया है। इससे पूर्व में नेशनल हाईवे 2 पर भगवान टॉकीज के समीप जय अस्पताल में 17 नवंबर 2015 को भी धमाकों की धमकियां मिली थी। इस बात का जिक्र भी पत्र में किया गया है। हालांकि से पूर्व में भी धमकी भरे पत्र मिल चुके हैं, जिसमे आगरा के प्ले स्कूलों को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। आपको यहां यह भी बता दें कि 5 साल पहले 17 तारीख सन 2011 में आगरा स्थित जय अस्पताल में लो इंटेंसिटी ब्लास्ट भी हुआ था।
सुरक्षा इंतजाम और कवायद
आगरा में धमकी भरे पत्र के एक बार फिर मिलने के बाद से आगरा और मथुरा में अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही आगरा के ताजमहल,बेबी ताज, लाल किला, फतेहपुर सीकरी शिल्पग्राम, सदर बाजार, जनकपुरी, ताजगंज, राजा की मंडी, लोहामंडी, आगरा कैंट रेलवे स्टेशन और न्यू आगरा में फोर्स की तैनाती कर दी गई है। जिन स्थानों पर पहले से ही फोर्स की तैनाती थी वहां फोर्स की संख्या में भारी इजाफा भी किया गया है।
आगरा प्रशासन की अपील
आगरा प्रशासन की तरफ से अपील जारी की गई है जिसमें ऐसी धमकियां पूर्व से भी मिलने का हवाला देते हुए मीडिया के माध्यम से जनता से संयम बरतने की अपील की गई है। साथ ही कहा गया है कि यह करतूत किसी सिरफिरे की भी हो सकती है। फिलहाल आगरा प्रशासन किसी भी तरह की कोताही बरतने के मूड में नहीं है।
5 साल पहले हुए थे बम धमाके
आपको बता दें कि जय अस्पताल में पूर्व में हुए धमाकों में अस्पताल के मेन गेट के परखच्चे उड़ा दिए गए थे। वह धमाका अस्पताल के रिसेप्शन पर हुआ था पर धमाके के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई थी साथ ही अस्पताल में मरीजों के बीच दहशत भी फैल गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उस समय हुए धमाके में करीब 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे जबकि आधिकारिक रूप से मात्र 8 लोगों के घायल होने की पुष्टि की गई थी। विस्फोट के बाद तत्कालीन आगरा आईजी असीम अरुण, बृजलाल स्पेशल डीजी लॉ-एंड-आर्डर ने मोर्चा संभाला था। उस समय पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया था। उस समय हुए ब्लास्ट में घायलों की संख्या 30 के करीब थी।
उस ब्लास्ट की जांच कर रही टीमों को एक फटा हुआ टिफन और कुछ तार के टुकड़े भी मिले थे। जय अस्पताल में हुए बम धमाके में फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट के अनुसार बम में सल्फर चारकोल, पोटेशियम क्लोराइड के साथ-साथ 9 बोल्ट की छह बैटरियों का भी इस्तेमाल किया गया था। उस समय हुए इस ब्लास्ट को लो इंटेंसिटी ब्लास्ट माना गया था।
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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।
उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।
विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा
प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।
विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान
योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।
समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा
पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।
खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग
योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।
बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति
चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।
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