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आईएसएल-4 : ब्रेक के बाद फिर शुरू होगी प्लेऑफ जंग
मुंबई, 23 जनवरी (आईएएनएस)| हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का चौथा सीजन ब्रेक के बाद एक बार फिर वापसी करने को तैयार है और इस बार इसके पहले से ज्यादा रोचक होने की उम्मीद है।
लीग स्टेज अपने अंतिम चरण के करीब है और ऐसे में हर टीम प्लेऑफ में जाने के लिए बेताब है। आईएसएल में लौटने के बाद इन खिलाड़ियों के पास पाने को काफी कुछ है और यह सब शुरू होगा कोच्चि के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में केरला ब्लास्टर्स और एटीके के मैच से।
प्लेऑफ की जगह अभी भी खाली हैं और चौथे सीजन के इस तीसरे सत्र में टीमों की नजरें प्लेऑफ में जाने पर ही टिकी हुई हैं। अंकतालिका में पहले स्थान पर काबिज बेंगलुरू एफसी ने हालांकि अंतिम-4 में अपनी जगह पक्की कर ली है, लेकिन बाकी टीमों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता। मुंबई सिटी एफसी, जमशेदपुर एफसी, एफसी गोवा, एटीके और नार्थईस्ट युनाइटेड बाकी की तीन जगहों के लिए जद्दोजहद कर रही हैं।
टीमों को एकजुट होने के लिए लंबा ब्रैक मिला है। फॉर्म और लय का शायद अब उतना महत्व न रहे।
कई टीमों ने विंटर ट्रांसफर विंडो का अच्छा इस्तेमाल किया है जो एक जनवरी से खुली थी और इस महीने के अंत तक खुली रहेगी।
एटीके, नार्थईस्ट युनाइटेड, एफसी गोवा सभी ने दो-दो खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं।
एफसी गोवा ब्रेक में जाने से पहले थोड़ी परेशानी में थी क्योंकि उसने चार मैचों में सिर्फ चार ही अंक लिए थे। लेकिन उन्होंने ब्रेक में ट्रांसफर विंडो का उपयोग किया और गोलकीपर नवीन कुमार तथा मोरक्को के जैद क्राउच को लाकर यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है बीच सीजन में उन्हें परेशानी न हो।
नार्थईस्ट ने फुल बैक शौविक घोष और ग्रीक के फॉरवर्ड पानागियोटिस ट्राइयाडिस को चोटिल अगुस्टीने ओकरान के स्थान पर टीम में शामिल किया है। हाइलैंडर्स ने कभी भी आईएसएल के प्लेऑफ में जगह नहीं बनाई और टीम के कोच एलको स्काटोरी इस बार बाहर होना नहीं चाहते।
एटीके इस समय छठे स्थान पर है और नार्थईस्ट से चार अंक पीछे है। टीम ने काफी संघर्ष किया है और सबसे कम गोल किए हैं। स्टीव कोपेल इदू गार्सिया को लेकर आए जिन्होंने बीते साल बेंगलुरू के साथ शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने दिल्ली डायनामोज से प्रीतम कोटाल को भी टीम में शामिल किया है।
मुंबई सिटी और जमशेदपुर एफसी ने ट्रांसफर विंडो से नए खिलाड़ियों को शामिल नहीं किया है। यह दोनों टीमे भी हालांकि शीर्ष चार में अपनी जगह पक्की करने के लिए पूरी मेहनत करेंगे।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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