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आईएसएल-5 : 10 खिलाड़ियों के साथ नार्थईस्ट ने ब्लास्टर्स को बराबरी पर रोका

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 कोच्चि, 1 मार्च (आईएएनएस)| हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी ने शुक्रवार को मेजबान केरला ब्लास्टर्स को गोलरहित बराबरी पर रोक दिया।

 वहीं दो बार की उप-विजेता केरला लीग का अंत जीत के साथ करने में असफल रही। अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंचने के लिए नार्थईस्ट को इस मैच में केरला को हर हाल में हराना था, लेकिन 26वें मिनट में अपने एक खिलाड़ी को लाल कार्ड मिलने के बाद 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने को मजबूर इस टीम को पूरी रणनीति बदलनी पड़ी। बावजूद इसके वह मेजबान टीम को गोलरहित बराबरी पर रोकने में सफल रही।

दोनों टीमों ने इस सीजन का अपना आठवां ड्रा खेला। इस मैच से मिले एक अंक को लेकर नार्थईस्ट ने 18 मैचों से 29 अंकों के साथ लीग स्तर का अपना सफर समाप्त किया। प्लेऑफ में नार्थईस्ट का सामना बेंगलुरू एफसी से होना तय हो गया है। दूसरी ओर, केरला ने 18 मैचों से 15 अंकों के साथ अपना सफर समाप्त किया।

घर में जीत के साथ लीग का समापन करने को बेताब मेजबान टीम ने पहले हाफ में अपना दमखम दिखाया और इस हाफ में हावी रही। इस हाफ में कोई गोल नहीं हो सका। 23वें मिनट में गुरविंदर सिंह को लाल कार्ड दिखाए जाने के कारण पहले से मेहमान टीम बैकफुट पर आ गई। वह असमय बदलाव को मजबूर हुई।

मार्को पोप्लातनिक को बाक्स के छोर पर गलत तरीके से टैकल करने के कारण गुरविंदर को लाल कार्ड मिला। पोप्लातनिक को ऐसे समय में टैकल किया गया, जब वह गोलकीपर पवन कुमार के साथ वन-2-वन थे। इसी कारण गुरविंदर को रेफरी ने सीधे लाल कार्ड दिया।

इसके बाद मेहमान टीम 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने पर मजबूर हुई। अपना संतुलन बनाए रखने के लिए उसने 27वें मिनट में गिरिक खोसला को बाहर कर लालरेम्पुइया फेनाई को अंदर किया।

नार्थईस्ट युनाइटेड ने मैदान पर अपना संयम बनाए रखा और कभी किस्मत और कभी अपने गोलकीपर पवन कुमार के अच्छे सेव के कारण केरला को गोल नहीं करने दिया। वैसे मेजबान टीम ने 34वें और 45वें मिनट में काफी करीबी मौके बनाए थे, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल सकी।

10 खिलाड़ियों के साथ खेल रही नार्थईस्ट की टीम दूसरे हाफ में बदली हुई मानसिकता के साथ उतरी और 47वें मिनट में उसने एक जोरदार हमला किया, लेकिन केरला के गोलकीपर धीरज ने उसे नाकाम कर दिया।

केरला ने हालांकि 58वें मिनट में पलटवार किया। स्लाविसा स्टोजानोविक ने अच्छा प्रयास किया, लेकिन पवन ने उसे नाकाम कर दिया। यहां नार्थईस्ट एक बड़े खतरे से उबर गया। पवन को चोट लगी। इलाज के बाद उन्होंने फिर गोलपोस्ट की कमान सम्भाल ली। इसी मिनट में केरला ने सिरिल काली को बाहर कर मोहम्मद राकिप को अंदर किया।

64वें मिनट में नार्थईस्ट ने प्रयास किया, लेकिन अनस इदाथोदिका ने उसे नाकाम कर दिया। 65वें मिनट में मेजबान टीम का एक और प्रयास नाकाम कर अपनी टीम को पिछड़ने से बचाया।

मेहमान टीम ने 72वें मिनट में पवन को मैदान के बाहर कर गुरमीत सिंह को गोलपोस्ट का जिम्मा सौंपा।

केरला की टीम ने 87वें और 89वें मिनट में दो जोरदार हमले किए, लेकिन उसे निराशा हाथ लगी। बोडो ने मैदान पर आते ही जलवा दिखाने की कोशिश की, लेकिन गुरमीत ने वही किया जो अब तक पवन कर रहे थे। इंजुरी टाइम में मोहम्मद राकिप के एक क्रास को पंच करने के प्रयास में गुरमीत बुरी तरह चोटिल हो गए, लेकिन उन्होंने अपनी टीम का क्लीन शीट बरकरार रखी।

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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