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प्रादेशिक

आतंकियों पर लगाम कसे पाकिस्तान : मुफ्ती मोहम्मद सईद

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जम्मू। कठुआ और सांबा जिले में हुए आतंकवादी हमले को लेकर राज्य विधानसभा ने बजट सत्र में प्रस्ताव पास करते हुए केंद्र सरकार से इस मुद्दे को पाकिस्तान के साथ उठाने को कहा है। आज विधानसभा में इन आतंकी हमले को लेकर जमकर हंगामा हुआ।

विपक्षी दलों ने इन दोनों हमलों पर प्रस्ताव लाने की मांग की। सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद ने इन आतंकी हमलों की निंदा करते इसे शांति प्रक्रिया को पटरी से उतारने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह राज्य में हुआ पहला हमला नहीं है। मुझे विश्वास है कि शांति वापस लौटेगी, जैसा कि यह 2002-07 में हुआ था। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान भारत से दोस्ती चाहता है, तो उन्हें राज्य में शांति लाने के प्रयास में मदद करनी होगी। पाकिस्तान को ऐसे हमले में शामिल लोगों से कहना होगा कि वे ऐसे हमले करना बंद करें।

सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद वित्त मंत्री हसीब द्राबू को वित्त वर्ष 2015-16 का बजट पेश करना था, लेकिन नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने शुक्रवार और शनिवार को हुए आतंकवादी हमले को लेकर प्रस्ताव की मांग की। अध्यक्ष कविंद्र गुप्ता ने स्थिति को नियंत्रण में लेने का प्रयास किया, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने विपक्ष से कहा कि अगर वे सदन की गरिमा का सम्मान करते हैं, तो उन्हें कार्यवाही बाधित नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुद्दे से संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा के लिए उसे सदन में पेश किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने इन हमलों को शांति के खिलाफ कार्रवाई करार देते हुए अध्यक्ष से अपील की कि सदन को सर्वसम्मति से हमले से संबंधित निंदा प्रस्ताव पारित करना चाहिए।

नेशनल कांफ्रेंस के देवेंदर राणा ने कहा कि उनकी पार्टी ने सदन में पहले से ही प्रस्ताव पेश किया है, जिसकी अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी। मुख्यमंत्री के बयान से असंतुष्ट पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस के सदस्य सदन से बर्हिगमन कर गए।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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