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बिजनेस

आदित्य पुरी फॉर्च्यून बिजनेस पर्सन ऑफ द ईयर सूची में शामिल

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एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आदित्य पुरी, फॉर्च्यून बिजनेस पर्सन ऑफ द ईयर, 36वाँ स्थान

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एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आदित्य पुरी, फॉर्च्यून बिजनेस पर्सन ऑफ द ईयर, 36वाँ स्थान

aditya puri md hdfc bank

36वें स्थान पर हैं एचडीएफसी बैंक के एमडी आदित्य पुरी

मुंबई। एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी को फॉर्च्यून बिजनेस पर्सन ऑफ द ईयर की सूची में शामिल किया गया है। इस सूची में दुनिया भर की कंपनियों में से 50 कंपनियों के सर्वश्रेष्ठ संचालकों को शामिल किया जाता है। इस सूची में पुरी को 36वाँ स्थान दिया गया है और वे इस सूची में किसी भारतीय कंपनी के एकमात्र भारतीय एमडी हैं।

सूची के इस सातवें संस्करण में पहले स्थान पर फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग का नाम है। इसके बाद इस सूची में अमेजन के जेफ बेजॉस, अल्टा ब्यूटी की मैरी डिलन, अल्फाबेट के लैरी पेज और माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नाडेला जैसे जाने.माने दिग्गज हैं।

इस सूची में शामिल अन्य दिग्गजों में अलीबाबा के जैक मा दसवें, एपल के टिम कुक 11वें, नेटफ्लिक्स के रीड हेस्टिंग्स 13वें और उबर के ट्रेविस कैलेनिक 15वें स्थान पर हैं।

पत्रिका ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि भारत के दूसरे सबसे बड़े निजी बैंक के बारे में किताब लिखने वाले लेखक ने इसे उबाऊ और स्थिर कहा है। किसी वित्तीय संस्थान के लिए यह अच्छी चीज है। लेकिन प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी, जिन्होंने दो दशकों से एचडीएफसी बैंक को सँभाल रखा है, के नेतृत्व में इसकी वृद्धि में कुछ भी उबाऊ नहीं रहा है।

उनके नेतृत्व में बैंक की आमदनी चार करोड़ डॉलर से बढ़ कर 5.6 अरब डॉलर हो गयी है। इस आमदनी से पिछले साल बैंक ने 1.9 अरब डॉलर का मुनाफा हासिल किया। एचडीएफसी के अमेरिकी एडीआर ने हालिया सुस्ती से पहले 15 सालों की अपनी चाल में 2200 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखायी।

एचडीएफसी बैंक की साल 1994 में शुरुआत से ही आदित्य पुरी इसके प्रबंध निदेशक रहे हैं। अपने 21 वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने उत्कृष्टता की एक संस्कृति विकसित की है। वे तकनीकी और सुविधाजनक बैंकिंग के पक्षधर हैं और तकनीकी के इस्तेमाल से भारत में कामकाज के तरीके बदलने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है।

इस साल की बिजनेस पर्सन ऑफ द ईयर की सूची बनाते समय पत्रिका ने 10 मानदंडों को ध्यान में रखा। इसमें 12 महीनों और 36 महीनों के काल में नतीजोंए शेयर का प्रदर्शनए शेयरधारक का कुल रिटर्न जैसी वित्तीय बातों को शामिल किया गया। इसके अलावा इसमें कारोबारी प्रभावए नेतृत्व शैली और रणनीतिक पहलों जैसी गैर.वित्तीय बातों को भी सम्मिलित किया गया।

 

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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