मुख्य समाचार
आस्ट्रेलिया खिताब बचाने में सक्षम : पोंटिंग
मेलबर्न, 10 फरवरी (आईएएनएस)| आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के लिए आस्ट्रेलिया के सहायक कोच नियुक्त किए गए पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि हाल के दिनों में खराब प्रदर्शन के बावजूद टीम खिताब बचाने में सक्षम है।
आईसीसी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, वनडे टीम रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज मौजूदा चैम्पियन आस्ट्रेलिया स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के न होने से संघर्ष कर रही है। उसका यह संघर्ष इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप के लिए चिंता का विष्य है, जहां टीम को अपना खिताब बचाने उतरना है।
आस्ट्रेलिया ने 2015 में हुए विश्व कप में खिताब जीता था।
पोंटिंग ने 1996 में पहली बार विश्व कप खेला था। उन्होंने कुल पांच बार विश्व कप में बल्लेबाजी की है, जिसमें से तीन में वह उस टीम का हिस्सा रहे हैं जिसने खिताब जीता है। वह दो बार (2003 और 2007 में) अपनी कप्तानी में टीम को चैम्पियन बना चुके हैं।
पोटिंग से जब यह पूछा गया कि क्या टीम विश्व कप में अपना खिताब बचा पाएगी, उन्होंने कहा, “निश्चित तौर पर, हमारी टीम ऐसा करने में सफल होगी। इंग्लैंड की परिस्थितियां हमारे अनुकूल है और वहां खेलने से हमें फायदा होगा।”
उन्होंने कहा, “भारत और इंग्लैंड भी दो प्रमुख दावेदार हैं। लेकिन यदि आप वार्नर और स्मिथ को टीम में वापस शामिल कर लेते हैं तो मुझे लगता है कि टीम काफी मजबूत हो जाएगी और वह अपना खिताब बचा ले जाएगी।”
स्मिथ और वार्नर पर बॉल टेम्परिंग मामले में एक-एक साल का प्रतिबंध लगा हुआ है और यह प्रतिबंध अगले महीने 29 मार्च को समाप्त होगा।
पोंटिंग ने कहा, ” मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि मैं कोच हूं। यह मैंने उस समय भी कहा था जब मैं कोच नहीं था। इंग्लैंड की परिस्थितियां हमारे खिलाड़ियों के खेलने के अनुकूल हैं। स्मिथ और वार्नर के पास काफी अनुभव हैं। वे दबाव को आसानी से कम कर सकते हैं।”
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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