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ईवीएम पर सवाल, विपक्ष की अपरिहार्य पराजय का बहाना : मोदी
नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विपक्ष के गठबंधन पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि ईवीएम पर सवाल उठाकर वे 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी अवश्यंभावी पराजय का बहाना बनाने लगे हैं।
महाराष्ट्र के हटकांगले, कोल्हापुर, माढ़ा, सतारा और गोवा के दक्षिण गोवा लोकसभा संसदीय क्षेत्र के बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमला किया।
मोदी ने कहा, “वे अब अपनी अपरिहार्य पराजय के लिए बहाना ढूढ़ने लगे हैं। ईवीएम को खलनायक बनाया जा रहा है।”
दरअसल, विपक्ष ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हटाकर वापस मतपत्र के जरिए चुनाव कराने की मांग की है।
कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेट परेड मैदान में शनिवार को एक रैली में जुटे कांग्रेस समेत 23 विपक्षी दलों के कुछ नेताओं ने मीडिया से बातचीत के दौरान चुनाव प्रक्रिया से ईवीएम को हटाने की मांग की।
विपक्षी दलों ने इस मसले को लेकर चार सदस्यीय समिति का गठन करने का भी फैसला किया, जिसमें समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्र, कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल शामिल हैं।
विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि उनको संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं है, इसीलिए वे इन संस्थाओं को बदनाम करने में जुटे हैं।
उन्होंने कहा, “जाहिर है कि हर राजनीतिक दल चुनाव जीतना चाहता है, लेकिन बड़ी चिंता यह है कि वे जनता की अहमियत नहीं समझते हैं। वे समझते हैं कि जनता मूर्ख है। यह खतरनाक चाल है और चिंता की बात है।”
उन्होंने कहा, “वह संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने को लेकर भी नहीं सोचते हैं। उनको संस्थानाओं पर विश्वास नहीं है। काफी समय से उन्होंने देश को बर्बाद किया है और आज वे संस्थानों को बदनाम करने में जुटे हैं।”
दूसरी तरफ, विपक्षी दलों का आरोप है कि मोदी सरकार ने सीबीआई, आरबीआई, सीवीसी जैसे संस्थानों और अन्य संवैधानिक निकायों को बर्बाद किया है।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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