Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

उत्तराखंड में शुक्रवार तक बर्फबारी, बारिश की संभावना

Published

on

Loading

उत्तराखंड में शुक्रवार तक बर्फबारी, बारिश की संभावना

देहरादून | उत्तराखंड में ठंड से हल्की राहत मिलने के बाद फिर से ठिठुरन बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने बुधवार को पूर्वानुमान में राज्य में शुक्रवार सुबह तक बारिश और भारी बर्फबारी की संभावना जताई है।

कुछ पहाड़ी इलाकों में मंगलवार को बर्फबारी हुई, जिसके कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहब समेत कई इलाकों में बर्फबारी की संभावना है।

मंगलवार को हुई बर्फबारी के कारण राज्य के मैदानी इलाकों और उत्तर प्रदेश के करीबी इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है।

मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने कहा है अगले दो दिनों तक उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश होने की संभावना है।

राज्य के कई इलाकों में गुरुवार को बारिश होने और गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है। राज्य के न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट आ सकती है।

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

Published

on

Loading

उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

Continue Reading

Trending