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प्रादेशिक

उप्र : इग्नू की परीक्षाएं सोमवार से

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लखनऊ,इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय,एसएमएस,शाहजहांपुर

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लखनऊ । इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की जून सत्र की परीक्षाएं एक जून से शुरू होने जा रही हैं। ये परीक्षाएं 27 जून तक चलेंगी। इस सत्र में 250 विषयों की परीक्षाएं होंगी, जिनमें लगभग 9000 अभ्यर्थी शामिल होंगे। परीक्षाएं दो पालियों में कराई जाएंगी। प्रथम पाली की परीक्षा 10 बजे से एक बजे होगी, वहीं दूसरी पाली की परीक्षा अपराह्न दो बजे से पांच बजे तक चलेगी। इग्नू ने इस साल कुल कुल 849 परीक्षा केंद्र बनाए हैं जिनमें 32 परीक्षा केंद्र विदेशों में हैं, जबकि 87 परीक्षा केंद्र विभिन्न कारागारों में अध्ययनरत बंदियों के लिए बनाए गए हैं।

इग्नू प्रशासन ने सभी परीक्षार्थियों को निर्देश दिया है कि वे परीक्षा से आधे घंटे पहले परीक्षा केंद्र पहुंच जाएं। विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर किसी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण न ले जाने की भी सलाह दी है। इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह ने बताया, “इग्नू में सभी पात्र परीक्षार्थियों को प्रवेशपत्र डाक द्वारा प्रेषित कर दिए गए हैं। इस आशय में सभी अभ्यर्थियों को एसएमएस एलर्ट के माध्यम से भी सूचना दी जा चुकी है। सभी परीक्षार्थियों को इग्नू द्वारा निर्गत परिचयपत्र लाना आवश्यक है, अन्यथा उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा।”

क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि सभी परीक्षा अधीक्षकों को निर्देश भी दिए गए हैं कि यदि किसी अभ्यर्थी का नाम परीक्षा सूची में है और किसी कारणवश वे अपना प्रवेशपत्र प्राप्त नहीं कर पाए हैं तो ऐसी स्थिति में ऐसे सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए। उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर पाठ्यक्रमों की प्रायोगिक परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की जाएंगी, जिसके लिए अतिरिक्त प्रवेशपत्र क्षेत्रीय केंद्र द्वारा अभ्यर्थियों को भेजे जाएंगे। बीएलआईएस की प्रायोगिक परीक्षाएं लखनऊ के जय नारायण पीजी कॉलेज एवं शाहजहांपुर के एसएसपीजी कॉलेज में आयोजित की जाएंगी।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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