Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

उप्र : ईओडब्ल्यू करेगी चीनी मिल घोटाले की जांच

Published

on

Loading

लखनऊ, 19 नवंबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती बसपा सरकार में चीनी मिलों को बेचने के मामले में हुए घोटाले की जांच अब आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) करेगी। लखनऊ पुलिस ने इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू से कराने की सिफारिश की है।

मायावती की सरकार रहते उत्तर प्रदेश चीनी निगम और राज्य चीनी एवं गन्ना विकास निगम लिमिटेड की कुल 21 चीनी मिलों को औने-पौने दामों में बेच दिया गया था। इन 21 चीनी मिलों में 10 चालू और 11 बंद हालात में थीं। आरोप है कि फर्जीवाड़ा कर इन चीनी मिलों को कागज में चल रही कंपनियों को बेचा दिया गया था। इस मामले की सीएजी ने जांच की थी, जिसमें 1179 करोड़ का घाटा पाया गया था।

खास बात यह है कि सीएजी की रिपोर्ट के खुलासे के बावजूद इस मामले में पूर्व की अखिलेश सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया। लेकिन सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माया सरकार में चीनी मिल बेचने में हुए घोटाले की जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा था कि किसी भी व्यक्ति को सरकारी संपत्तियां को औने-पौने दामों पर बेचने का कोई हक नहीं है।

योगी ने उस वक्त कहा था कि जरूरत पड़ी, तो 2010-11 में हुए 1100 करोड़ रुपये के इस घोटाले की सीबीआई जांच भी कराई जा सकती है। उसके बाद मामले में चीनी निगम के प्रधान प्रबंधक एस.के. मेहरा ने लखनऊ के गोमतीनगर थाने में बीती 10 नवंबर को एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं अब चीनी मिल घोटाले मामले की जांच लखनऊ पुलिस ने ईओडब्ल्यू को भेज दी है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

बदायूं के इस गांव में आजादी के बाद भी नहीं मिली रोड की सुविधा, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

Published

on

Loading

बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में एक गांव ऐसा भी है जहां देश आजाद होने के बाद भी सड़क की सुविधा नही मिली है और पिछले 30 साल से एक भी व्यक्ति की सरकारी नौकरी नहीं लगी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। जिसमें तीन लोगों की हालात बिगड़ गयी जिनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा धरना स्थल पर ही उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि पूरा मामला जनपद बदायूं के बिसौली तहसील के आसफपुर विकासखंड क्षेत्र के ढोरनपुर गांव का है। जहां ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि देश आजाद होने के बाद भी आज तक मुख्य मार्ग से गांव तक आने वाली सड़क की सुविधा नहीं मिली है।जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है और बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सड़क निर्माण ना होने वजह से पिछले 30 सालों से आज तक एक भी व्यक्ति की कोई भी सरकारी नौकरी नहीं लगी है। वही लोकसभा 2024 के चुनाव में सड़क की सुविधा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। लेकिन अधिकारियों और नेताओं ने आश्वासन देकर वोट डालने की अपील की थी। लेकिन

भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ी

चुनाव संपन्न होने के बाद भी सड़क की सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है।अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ गई जिनके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कर्मचारियों को भेजा गया है। 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम धरना स्थल पर मौजूद है। वही ग्रामीणों ने बताया गांव में बिजली की भी समस्या है आये दिन बिजली के जर्जर तारों से घटनाएं होती है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती।ग्रामीणों ने बताया कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी। अब देखना होगा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण हो पाता या नहीं ।

Continue Reading

Trending