Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

उप्र : मंत्री प्रजापति के खिलाफ सबूत पेश

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के भूतत्व और खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें फिलहाल कम होती नहीं दिख रही हैं। उनके खिलाफ अवैध खनन को संरक्षण और इसके जरिए अर्जित अवैध संपत्ति मामले में लोकायुक्त न्यायमूर्ति एन.के. मल्होत्रा के समक्ष शुक्रवार को सबूत पेश किए गए। सुनवाई की अगली तारीख 19 जनवरी तय की गई है। खनन मंत्री के खिलाफ शिकायत करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त मल्होत्रा को पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों के कई स्थानों में हो रहे भारी अवैध खनन को अलग-अलग चिह्न्ति कर बताया। साथ ही विभिन्न प्रकार के वाहनों से की जा रही अवैध वसूली की दर और वसूली के तरीके की भी जानकारी दी।

अपनी शिकायत की पुष्टि के लिए लोकायुक्त को दिए गए साक्ष्य में डॉ. नूतन ने बताया कि वर्ष 2013 में 26 जिलों के जिला मजिस्ट्रेट ने राज्य सरकार को पत्र द्वारा सूचित किया था कि बिना पट्टा के ही पुलिस और खनन विभाग की मदद से नदी किनारे अवैध खनन हो रहा है, लेकिन राज्य सरकार ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।

इसी तरह जुलाई 2013 में डीएम गोंडा रोशन जैकब द्वारा नवाबगंज तथा तरबगंज तहसील में एसडीएम और तहसीलदार द्वारा अवैध खनन कराने के पत्र पर भी कोई कार्यवाही नहीं होने के बारे में बताया।

शिकायतकर्ता ने परिवाद दायर करने के ठीक अगले दिन सोनभद्र के जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह द्वारा जारी प्रेस नोट का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा है कि अब जिले में अवैध खनन करने वालों की खैर नहीं है। साथ ही मंत्री प्रजापति द्वारा 65 वर्षीया शिव देवी की अमेठी स्थित जमीन की बाउंड्री तोड़ने के साक्ष्य देते हुए एमजीए कोलोनाइजर के डायरेक्टर के रूप में ग्राम हरिहरपुर में अवैध प्लाटिंग के अभिलेख प्रस्तुत किए।

शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त से पूरे प्रदेश में हो रहे अवैध खनन के संबंध में गोपनीय या सार्वजनिक सूचना देने के लिए विज्ञप्ति जारी करने की गुजारिश की। लोकायुक्त ने इस मामले और सबूत पेश करने के लिए अतिरिक्त समय देते हुए मामले की अगली तारीख 19 जनवरी तय की है।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending