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उप्र : सपा आजमगढ़ से करेगी दलित सम्मेलनों की शुरुआत

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लखनऊ। पिछड़ों, अति पिछड़ों के साथ ही उत्तर प्रदेश में दलितों को जोड़ने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) अब राज्य में दलित सम्मेलन आयोजित करेगी। इसकी जिम्मेदारी सपा अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ निभाएगा। संगठन ने प्रदेश के हर मंडल में दलित सम्मेलन आयोजित करने का फैसला लिया है। इसकी शुरुआत 28 जून को मुलायम के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ से होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 15 जुलाई को सपा दलितों के बीच अपनी पैठ मजबूत करेगी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल होंगे। आजमगढ़ और वाराणसी में होने वाले सम्मेलनों का निर्णय सपा अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ की राज्य कार्यकारिणी और पूरे प्रदेश के जिला कमेटियों के अध्यक्षों, महासचिवों की बैठक में लिया गया।

सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी के मुताबिक, गुरुवार को हुई बैठक में तय किया गया कि राज्य के हर मंडल में दलित सम्मेलन होगा, जिसकी शुरुआत आजमगढ़ में पहला दलित सम्मेलन कर की जाएगी। इसमें पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव के प्रतिनिधि के रूप में बदायूं के सांसद व पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मेद्र यादव शामिल होंगे। इसके बाद वाराणसी में भी इसी तरह का सम्मेलन होगा।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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