Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

उप्र : हाईवोल्टेज करंट से बिजलीकर्मी की मौत

Published

on

चंदौली,उत्तर प्रदेश,जिला मुख्यालय,बिजली विद्युत पोल,बिजलीकर्मी धर्मेद्र कुमार,र्माहत अन्य संविदा बिजलीकर्मी,उच्चाधिकारियों

Loading

चंदौली । उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला मुख्यालय पर मरम्मत के दौरान बिजली विद्युत पोल पर हाईवोल्टेज करेंट की चपेट में आने से झुलसे बिजलीकर्मी धर्मेद्र कुमार की वाराणसी स्थित एक अस्पताल में मौत हो गई। घटना की जानकारी होने के बाद मर्माहत अन्य संविदा बिजलीकर्मी काम छोड़कर अस्पताल पहुंचे। कर्मचारी की मौत से उसके परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं संविदा कर्मचारियों में विभाग के प्रति आक्रोश चरम पर पहुंच गया है।
गौरतलब है कि बीते दिनों जिला मुख्यालय स्थित शास्त्रीनगर में हाईटेंशन तार में गड़बड़ी की शिकायत पर संविदा कर्मचारी धर्मेद्र कुमार मरम्मत करने पहुंचा। उसने बिजली उपकेंद्र को सूचना देकर आपूर्ति ठप करा दी। इसके बाद खंभे पर चढ़कर मरम्मत कार्य में जुट गया। अभी वह हाईटेंशन तार की मरम्मत कर ही रहा था कि अचानक बिजली आपूर्ति बहाल हो गई, जिससे वह हाईवोल्टेज करेंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया। इस घटना को देख वहां लोगों की भारी भीड़ जुट गई। मौके पर जुटे लोगों ने विद्युत उपकेंद्र को सूचित कर बिजली आपूर्ति बंद कराई और बिजली के खंभे पर बेहोशी की हालत में झूल रहे धर्मेद्र को कड़ी मशक्कत के बाद नीचे उतारा और उपचार के लिए अस्पताल ले गए।
जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से झुलसे धर्मेद्र को वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया, जहां चार दिनों बाद वह जिंदगी की जंग हार गया। उसकी मौत की खबर सुनते ही साथी कर्मचारियों में शोक की लहर दौड़ गई और वे काम छोड़कर अस्पताल पहुंच गए। विभागीय लापरवाही से साथी कर्मचारी की मौत से संविदा कर्मियों में जबर्दस्त आक्रोश है। घटना के बाबत कार्यपालन अभियंता (विद्युत) ए.के. सिंह ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए कमेटी गठित की गई थी, जिसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार को ठेकेदार की ओर से एक लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending