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एंड्रायड उपभोक्ताओं को ट्विटर के इस्तेमाल में परेशानी

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न्यूयार्क| अगर आपको अपने एंड्रायड फोन पर ट्विटर खोलने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, तो आप इसमें अकेले नहीं हैं। एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले फोन का इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने ट्विटर अकाउंट और ट्वीटडेक खोलने में दिक्कत का सामना करने की शिकायत की है। ग्रीकवायर के अनुसार, जो उपभोक्ता ट्विटर खोलने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें गड़बड़ी से संबंधित एक संदेश फोन की स्क्रीन पर दिख रहा, जिस वजह से वे अपने अकाउंट को नहीं खोल पा रहे।

ट्वीटडेक का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं का कहना है कि वे अपनी स्क्रीन पर सिर्फ एक साल पुराने ट्वीट देख पा रहे हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट रेडिट पर कई लोगों ने लिखा कि वे अपना अकाउंट नहीं खोल पा रहे, जबकि कई को लग रहा है कि उनका अकाउंट हैक कर लिया गया है।सिर्फ एप्पल आईओएस का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता ही ट्विटर अकाउंट खोलने में सक्षम हैं।ट्विटर के अनुसार, “कई उपभोक्ताओं को ट्विटर खोलने में दिक्कत हो रही है। हमारे इंजीनियर इस समस्या का समाधान करने में लगे हुए हैं।”

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फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन, जानें कुछ उनके बारे में

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नई दिल्ली। इंडियन न्यूक्लियर प्रोग्राम के जनक और फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन है। जे. भाभा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के फाउंडिंग डायरेक्टर और फिजिक्स के प्रोफेसर भी थे। होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 में एक अमीर पारसी परिवार में हुआ था। होमी जहांगीर भाभा के पिता का नाम जहांगीर होर्मुस्जी भाभा और माता का नाम मेहरबाई भाभा था, इनके पिता एक जाने-माने वकील थे जबकि माँ एक गृहिणी थीं।

होमी भाभा ने 16 साल की आयु में ही सीनियर कैम्ब्रिज परीक्षा पास कर ली थी। फिर वे गोनविले और कैयस कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए कैम्ब्रिज गए। इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज में कैवेंडिश लैब में रिसर्च करना शुरू किया और उनका पहला रिसर्च पेपर 1933 में प्रकाशित हुआ। दो साल बाद, उन्होंने अपनी पीएचडी हासिल की और 1939 तक कैम्ब्रिज में रहे।होमी भाभा ने छात्र के रूप में कोपेनहेगन में नोबेल पुरस्कार विजेता नील्स बोहर के साथ काम किया और क्वांटम सिद्धांत के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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