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एक ट्वीट पर बीमार पिता के लिए रेलमंत्री ने मुहैया कराई हरसंभव मदद

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जोधपुर (राजस्थान)। ट्रेन में यात्रियों को असुविधा होने पर शिकायतों की खबरें तो अक्सर मीडिया में सुर्खियां बनती हैं लेकिन अगर कोई यात्री सीधे देश के रेल मंत्री से मदद मांगे और तुरंत उसे वह मदद मिल जाए तो इसे काबिलेतारीफ ही कहा जाएगा। और तो और रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने यह मदद सिर्फ एक ट्वीट पर मुहैया करा दी। यह मदद मिली कर्नाटक से राजस्थान जा रहे पंकज जैन को। इस मदद के लिए पंकज ने रेल मंत्री का शुक्रिया अदा किया है।

मामला शनिवार रात का है। दरअसल, बेंगलुरु से यशवंतपुर-बीकानेर एक्सप्रेस में बैठे पंकज जैन सफर की शुरुआत के साथ ही चिंता में थे। उनकी ट्रेन को रविवार तड़के 4 बजे मेड़तारोड पहुंचना था। पंकज को चिंता थी कि केवल पांच मिनट के स्टॉपेज में वह अपने लकवाग्रस्त पिता सुमेरमल जैन और सामान के साथ कैसे स्टेशन पर उतरेंगे। इस चिंता के बीच उन्होंने अपने परिचितों को फोन लगाया। किसी ने सुझाव दिया कि रेलमंत्री प्रभु को ट्वीट कर अपनी परेशानी बताओ। पंकज ने शाम साढ़े छह बजे अपनी बात ट्वीट के जरिए रेलमंत्री तक पहुंचाई। जिसके तुरंत बाद रेलमंत्री का जवाब आया- आपको परेशानी नहीं होगी।

जब पंकज अपने पिता के साथ रात 10 बजे आबूरोड पहुंचे। तब उनके पास टीटीई आया और बताया कि उनकी समस्या के बारे में उसे रेलवे की ओर से संदेश मिला है। आप आराम से सो जाए। मेड़तारोड आते ही आपको जगा दिया जाएगा।

ट्रेन तय वक्त से करीब एक घंटे देर से रविवार सुबह साढ़े चार बजे मेड़तारोड के तीन नंबर प्लेटफार्म पर पहुंची। पंकज ने जैसे ही कोच का गेट खोला, तो सामने स्टेशन मास्टर अमरसिंह, एक कुली और व्हीलचेयर के साथ मददगार तैयार खड़े थे। सभी ने पंकज के पिता सुमेरमल जैन को मिलकर उतारा। इस दौरान ट्रेन 10 मिनट तक रुकी रही। मुख्य गेट तक पहुंचने के लिए लंबा रास्ता तय करना होता है। स्टेशन मास्टर और उनकी टीम उनके साथ रही। उन्होंने रेल लाइन क्रॉस कर मुख्य गेट तक पहुंचाया और टैक्सी की व्यवस्था भी करवाई।

इस मदद के लिए पंकज ने रेल मंत्री का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि मैसेज भेजने के बाद भरोसा नहीं था कि सरकारी सिस्टम से ऐसी मदद मिलेगी लेकिन अब इस बात का भरोसा नहीं हो रहा है कि इतनी मदद मिल भी सकती है।

प्रादेशिक

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले नए डीजीपी की नियुक्ति

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी। कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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