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ऑफ़बीट

एडवेंचर की फुल डोज, खुल गया सबसे ऊंचा और लंबा शीशे का पुल

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चीन कोई ना कोई अजूबा करता रहता है। इसी कड़ी में पर्यटन को बढ़ावा देने और एडवेंचर पैदा करने के लिए चीन ने जमीन से 218 मीटर ऊपर बना शीशे का ब्रिज रविवार को आम लोगों के लिए खोल दिया। इसे दुनिया का सबसे लंबा शीशे का ब्रिज बताया जा रहा है

यह ब्रिज हेबेई प्रांत के शिजियाझुआंग शहर में है। लोगों को एडवेंचर फील कराने के लिए 1077 पारदर्शी शीशों से तैयार यह पुल जमीन से 218 मीटर ऊपर है। इसे दुनिया का सबसे लंबा शीशा बताया जा रहा है। इसकी लंबाई 488 मीटर और चौड़ाई 2 मीटर है।

पुल की खासियत इसमें लगे पारदर्शी शीशे जो चार सेंटीमीटर मोटे हैं। शीशे के कुल टुकड़ों का वजन करीब 70 हजार किलोग्राम हैं। पुल को 2,000 लोगों के लिए डिजाइन किया गया है, हालांकि इस पर एक समय में केवल 500 लोग ही रह सकेंगे।

चीनी वेबसाइट ने इस पुल का वीडियो फेसबुक पर शेयर किया है। इस पुल को रविवार को आमजन के लिए खोल दिया गया है।

अन्य राज्य

सोशल मीडिया पर हवाबाजी करने के लिए युवकों ने रेलवे ट्रैक पर उतारी थार, सामने से आ गई मालगाड़ी

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राजस्थान। सोशल मीडिया पर अपना वीडियो या रील बनाने वालों ने इन दोनों कानून और नियम कायदों को धता बताना अपना शग़ल बना लिया है। रील के लिए कोई पहाड़ से कूद जाता है तो कोई पानी के तेज बहाव की परवाह तक नहीं करता। जयपुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां कुछ नौजवानों ने स्टंट की खातिर थार जीप को रेलवे ट्रेक पर उतार दिया। फिर जब थार पटरियों पर फँस गई तो उनके हाथ पांव फूल गए। पटरी पर इसी दौरान मालगाड़ी भी आ गई लेकिन लोको पायलट की सूझबूझ से दुर्घटना टल गई।

नशे में धुत्त तीन चार नौजवानों ने सोमवार को जयपुर के सिवांर इलाके में अपनी करतूत से लोगों को परेशानी में डाल दिया। इन युवकों ने पहले एक थार जीप किराए पर ली और उसे लेकर रेलवे ट्रेक पर पहुंच गए। इरादा था ट्रेक पर जीप दौड़ाने का। लेकिन अचानक थार फँस गई पटरियों के बीच। इसी दौरान कनकपुरा रेलवे स्टेशन की तरफ़ से एक मालगाड़ी को आता देख थार में सवार कुछ युवक तो उतरकर भाग गए लेकिन ड्राइवर बैठा रहा। इस बीच मालगाड़ी के लोको पायलट ने थार को ट्रैक पर देखकर ब्रेक लगा दिए जिससे जान माल का नुकसान होने से बच गया। इस दौरान वहाँ आरपीएफ के जवान और स्थानीय लोग भी पहुँच गए और सबने मिलकर ट्रैक से थार जीप को हटाया। लेकिन ये क्या जैसे ही थार ट्रैक से बाहर आई ड्राइवर उसे मौके से भगाकर ले गया । रास्ते में कई वाहनों और दुपहिया को टक्कर मारी लेकिन रुका नहीं। एक जगह बजरी के ढेर पर थार चढ़ गई लेकिन ड्राइवर ने रफ़्तार कम नहीं की और फ़रार हो गया।

 

इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर थार जीप लावारिस खड़ी मिली। पुलिस में जीप को जब्त कर उसके मालिक की तलाश शुरू की तो पता चला कि थार को पारीक पथ सिंवार मोड़ निवासी कुशाल चौधरी चला रहा था।वो इस जीप को बेगस से किराए पर लेकर आया था। कुशल चौधरी अभी भी फ़रार है इस संबंध में आरपीएफ की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है। रेलवे प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 153 के अलावा धारा 147 और 174 में मामला दर्ज करके आरोपियों की तलाश जारी है। ये सभी ग़ैर जमानती धारा है इनके तीन साल तक की क़ैद का प्रावधान है।

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