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एनएससीएन-आर कार्यकर्ता शांति समझौता विरोधी गुट से हाथ मिलाएंगे

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नई दिल्ली| नागालैंड शांति समझौते को एक झटका यह लग सकता है कि शांति समझौते में शामिल एक गुट नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल ऑफ नागालैंड-रिफार्मेशन (एनएससीएन-आर) के कुछ कार्यकर्ताओं ने समझौता विरोधी गुट एनएससीएन-खापलांग में फिर से शामिल होने का फैसला किया है। इनका कहना है कि भारत सरकार और समझौते में शामिल नागा गुट उन पर निशाना साधकर ‘गंदी राजनीति खेल रहे हैं।’

एनएससीएन-खापलांग से टूटकर अलग हुए एनएससीएन-आर के एक वरिष्ठ सदस्य का आरोप है कि उसके सदस्यों को असम राइफल्स द्वारा “मादक पदार्थो की तस्करी और उगाही के झूठे आरोप” में लगातार पकड़ा जा रहा है। सदस्य ने कहा कि एनएससीएन-आईएमऔर एनएससीएन-यूनिफिकेशन नागालैंड में समानांतर सरकार चला रहे हैं। ये संगठन एनएससीएन-आर के कार्यकर्ताओंके खिलाफ मादक पदार्थो की तस्करी और उगाही की कहानियां गढ़ कर उन्हें पकड़ रहे हैं।

सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा सुरक्षा बलों, एनएससीएन (इसाक-मुइवा) और एनएससीएन(यूनीफिकेशन) के हाथों लगातार हमला और प्रताड़ना झेल रहे हमारे कुछ कार्यकर्ताओं ने सीमापार (म्यांमार) जाकर फिर से खापलांग का हाथ थामने का फैसला किया है। हम इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमारे प्रति दुर्भावना की वजह से अगर ऐसा होता है तो इसके लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे।

सूत्रों ने बताया कि एनएससीएन-खापलांग के नेतृत्व ने इस कदम का स्वागत किया है और इसे ‘पुनर्मिलन’ करार दिया है। एनएससीएन-खापलांग प्रतिबंधित संगठन है। इसी ने जून में भारतीय सेना के काफिले पर धावा बोला था। उसके बाद से भारतीय सुरक्षा बल इसके खिलाफ अभियान छेड़े हुए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इसके दो शीर्ष नेताओं के बारे में सूचनाएं देने वाले के लिए 17 लाख रुपये इनाम का ऐलान किया हुआ है।

मोदी सरकार और नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल ऑफ नागालिम (इसाक-मुइवा) के बीच इसी साल अगस्त में शांति समझौते पर दस्तखत हुए थे। मीडिया रपटों के मुताबिक, समझौते पर दस्तखत के बाद से एनएससीएन-आर के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं को पकड़ा जा चुका है। एक सदस्य बीते महीने नागालैंड में सुरक्षा बलों के हाथ मारा भी गया है। एनएससीएन-आर नागा गुटों में वह पहला गुट है, जिसने सार्वजनिक रूप से नागा शांति समझौते का समर्थन किया था। इस गुट के सदस्यों की संख्या 2,500 बताई जाती है।

 

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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