बिजनेस
ओला का सीएनजी कार फाइनेंसिंग के लिए श्रीराम समूह से समझौता
नई दिल्ली| परिवहन सेवा एप ओला ने पुराने वाहनों के एक्सचेंज की सेवा देने वाली कम्पनी श्रीराम ऑटोमॉल इण्डिया लिमिटेड (एसएएमआईएल) तथा लघु कारोबार फाइनेन्स कम्पनी श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेन्स कम्पनी लिमिटेड (एसटीएफसी) के साथ साझेदारी की है। इसके तहत दिल्ली के हजारों ड्राइवर अपने पुराने डीजल वाहनों को नए सीएनजी वाहनों से बदल सकेंगे। कंपनी द्वारा रविवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि यह पहल ओला ग्रीन प्रगति अभियान के तहत की जा रही साझेदारियों का एक हिस्सा है। कंपनी ने साथ ही कहा कि पिछले महीने दिल्ली में उपभोक्ताओं की सौ फीसदी मांग को सीएनजी वाहनों के द्वारा पूरा किया गया।
ओला के मुख्य संचालन अधिकारी प्रणय जिवराजका ने कहा, “पिछले कुछ महीनों में हमने अपने प्लेटफॉर्म पर सीएनजी वाहनों की संख्या को बढ़ाने के लिए कई तरह की पहल की हैं। हम शहर के नागरिकों एवं चालक उद्यमियों से आग्रह करते हैं कि दिल्ली को हरा-भरा बनाने में योगदान करें। एसएएमआईएल के मुख्य संचालन अधिकारी समीर मल्होत्रा ने कहा, “हमें खुशी है कि हमें दिल्ली के चालकों को सीएनजी वाहन अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु ओला के साथ जुड़ने का मौका मिला है। हम श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाईनेन्स कम्पनी के माध्यम से ड्राइवरों को मौजूदा वाहनों के लिए उचित प्राइस एडवाइजरी तथा नए वाहन खरीदने के लिए फाइनेंसिंग के आकर्षक विकल्प उपलब्ध कराने हेतु तत्पर हैं, ताकि नए सीएनजी वाहन खरीदना बेहद आसान हो जाए।”
कंपनी द्वारा अगस्त में शुरू किए गए ‘ओला ग्रीन प्रगति सप्ताह’ के माध्यम से ड्राइवरों को नए सीएनजी वाहन खरीदने पर 60,000 रुपये तक की छूट के साथ कुल 1,00,000 रुपये तक का फायदा दिया जा रहा है।
बिजनेस
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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