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खेल-कूद

कंधे की चोट को पीछे छोड़ चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए तैयार लिन

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लंदन, 31 मई (आईएएनएस)| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में शुरुआती दौर में कंधे में चोट लगा बैठे आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज क्रिस लिन उस चोट को पूरी तरह से पीछे छोड़कर चैम्पियंस ट्रॉफी में खेलने के लिए तैयार हैं। लिन आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेले थे। वह मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए पहले मैच में फील्डिंग के दौरान अपने कंधे में चोट लगा बैठे थे। हालांकि उन्होंने टूर्नामेंट के अंत में वापसी की थी और कोलकाता के लिए आतिशी पारियां खेली थीं।

आईसीसी चैम्पियंस ट्राफी की शुरुआत गुरुवार से हो रही है। आस्ट्रेलियाई टीम को अपना पहला मैच शुक्रवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है।

लिन का कहना है कि जब उन्हें चोट लगी थी, तब उन्हें डर था कि वह बाकी के मैच खेल पाएंगे या नहीं।

वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने लिन के हवाले से लिखा है, ईमानदारी से कहूं तो मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। मैं उस समय अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। चोट के बाद जो पहली चीज मेरे दिमाग में आई वह यह थी कि मैं यहां दोबारा खेल पाऊंगा या नहीं।

उन्होंने कहा, इसलिए मैं भारत में रुका रहा। हालांकि वहां रुकना जरूरी नहीं था लेकिन वापसी करना मेरी प्राथमिकता थी। इसलिए मैं वहां प्रतिदिन अभ्यास करता था और दोबारा मैदान पर वापसी करने की कोशिश करता था। मैं अपने आप को मौका देना चाहता था।

लिन को वापसी करने में दो से तीन सप्ताह लगे थे।

लिन ने कहा, मैं वापसी के लिए प्रतिबद्ध था। वापसी के बाद जो पहला मैच मैंने खेला उसमें मैंने गेंद को अच्छे से मारा। इसलिए मेरा आत्मविश्वास काफी ऊपर है। अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं टीम में अपना योगदान देना चाहूंगा।

लिन से जब टी-20 से 50 ओवर के बदलते प्रारूप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, क्या मेरा रोल बदला है? मैं नहीं कह सकता। अंत में यह सफेद गेंद है और मैं इसे अगर उसी तरह से मार सका जिस तरह से टी-20 में मार रहा था, तो यह अच्छा है।

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खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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