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मुख्य समाचार

कड़ी पाबंदी के साथ विश्व कप में खेल रहे दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी

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सेंट पीटर्सबर्ग, 19 जून (आईएएनएस)| दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी फीफा विश्व कप में कड़ी पाबंदी के बीच मैच खेल रहे हैं।

वे अपने परिवार के सदस्यों से मिल सकते हैं, लेकिन परिवार के सदस्य उनके साथ नहीं रह सकते। खिलाड़ी मोबाइल फोन देख सकते हैं लेकिन सोशल नेटवर्क सर्विस में अपने अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर सकते।

समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 फीफा विश्व कप में हर टीम के अपने-अपने नियम हैं, लेकिन दक्षिण कोरिया एकमात्र ऐसी टीम है जिसे नियमों के आधार पर किसी भी प्रकार की छूट नहीं है।

एक उदाहरण के तौर पर ग्रुप-एफ में दक्षिण कोरिया के साथ शामिल स्वीडन के खिलाड़ियों को कथित तौर पर उनके परिवार के सदस्यों से मिलने और बुधवार तक उनके साथ रहने की अनुमति है।

कोरिया फुटबाल संघ (केएफए) के उपाध्यक्ष चोई यंग-इल इस साल विश्व कप में दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल के शेफ-दे मिशन बनकर रूस पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को उनकी पत्नियों और परिजनों इतनी जल्दी मिलवाना सही नहीं।

चोई ने कहा, राष्ट्रीय टीम के साथ लोगों की भावनाओं को देखते हुए हमारे लिए खिलाड़ियों को अनुमति देना मुश्किल है।

उन्होंने कहा, अगर हम नियमित रूप से अंतिम-16 दौर तक पहुंचने वाली टीम होती, तो खिलाड़ी अपने होटल में अपने परिजनों से मिल सकते थे। हालांकि, तब भी हमें प्रशंसकों के बारे में सोचना पड़ता।

अपने परिजनों और मित्रों से मिलने पर खिलाड़ियों को तनावमुक्त रहने में मदद मिलती है।

डिफेंडर किम यंग ग्वोन उन्हें अपने परिवार से मिली प्रेरणा के दम पर ही मुश्किल समय से गुजरने की ताकत मिलती है।

स्वीडन के खिलाफ पहले ग्रुप मैच में मिली हार के बाद दक्षिण कोरिया के खिलाड़ियों को अपने परिजनों से मिलकर नई ऊर्जा की जरूरत हो, लेकिन चोई का कहना है कि अगर राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को उनके परिवार के सदस्यों के साथ यात्रा की अनुमति दी गई, तो यह एक अलग समस्या होगी। इससे अधिक खर्चा होगा।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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