मुख्य समाचार
कर्नाटक चुनाव : बेल्लारी (शहर) में 2 ‘दागियों’ के बीच कड़ी जंग
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)| कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक दल ‘हर तरह के हथकंडे’ अपना रहे हैं। बेल्लारी (शहर) निर्वाचन क्षेत्र इसका जीता-जागता उदाहरण है, जहां चुनाव मैदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज और दागी उम्मीदवार जी. सोमशेखर रेड्डी और कांग्रेस के वर्तमान दागी विधायक अनिल लाड मैदान में हैं। पिछली बार यहां से लाड जीते थे।
कर्नाटक विधानसभा क्षेत्र संख्या-94 या बेल्लारी शहर, बेल्लारी जिले और कर्नाटक के केंद्रीय कर्नाटक क्षेत्र का हिस्सा है। बेल्लारी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बेल्लारी (शहर) निर्वाचन क्षेत्र में कुल 2,28,051 मतदाता हैं, जिनमें आम मतदाता, एनआरआई मतदाता और सेवा मतदाता शामिल हैं।
सामान्य मतदाताओं में 1,12,716 पुरुषों के साथ-साथ 1,15,293 महिलाएं हैं। साथ ही इस क्षेत्र में 18 अन्य भी शामिल हैं। निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता लिंग अनुपात 102.27 फीसदी है और अनुमानित साक्षरता दर 77.91 फीसदी है।
वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद बेल्लारी निर्वाचन क्षेत्र बना था। परिसीमन के बाद हुए चुनावों में यहां भाजपा विधायक जी. सोमशेखर रेड्डी ने जीत हासिल की थी, जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अनिल लाड ने रेड्डी को हराकर भाजपा को झटका दिया था।
बेल्लारी विधानसभा 2018 का चुनाव भी दो मुख्य पार्टियों के बीच सिमटता दिखाई दे रहा है, जहां एक तरफ भाजपा ने क्षेत्र के कद्दावर और दागी नेता जी. सोमशेखर रेड्डी को टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस ने एक बार फिर से वर्तमान विधायक अनिल लाड पर भरोसा जताया है।
बेल्लारी में देश का करीब 25 प्रतिशत लौह अयस्क भंडार है। यहां का लौह अयस्क अच्छी क्वालिटी का माना जाता है। इसमें 60 से 65 प्रतिशत तक लोहा होता है। बेल्लारी में अनुमानत: लगभग 99 लौह अयस्क खदानें हैं।
बेल्लारी उस वक्त सुर्खियों में आया, जब चीन ने लौह अयस्क की मांग बढ़ा दी और सरकार 1994 में निजी व्यक्तियों को खदानों के लाइसेंस जारी कर दिए। वर्ष 2000 से 2008 के बीच विश्व बाजार में लौह अयस्क की कीमत बढ़ने से सरकार ने लौह अयस्क खनन में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी दे दी।
एफडीआई बढ़ने से राज्य में राजनीति और रुतबे के हिसाब से लाइसेंस दिए जाने लगे। जुलाई 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने भी माना कि वर्ष 2003 से 2010 के बीच तीन करोड़ टन लौह अयस्क का अवैध निर्यात हुआ, जिस कारण करीब 7500 करोड़ रुपये राजस्व का घाटा हुआ। अवैध खनन में रेड्डी बंधुओं का नाम सामने आया था। इसमें जी. सोमशेखर रेड्डी का भी नाम शामिल था।
विधानसभा में बेल्लारी का प्रतिनिधित्व कर चुके सोमशेखर रेड्डी पर पूर्व मंत्री जी. जनार्दन रेड्डी को जमानत दिलाने के लिए एक न्यायाधीश को रिश्वत देने का भी आरोप है। वह कर्नाटक दूध संघ के अध्यक्ष भी हैं। भाजपा ने इस बार 2008 में बेल्लारी से विधानसभा चुनाव जीतने वाले सोमशेखर रेड्डी पर दांव लगाया है।
वहीं कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायक अनिल लाड पर भरोसा जताया है। अनिल ने 2013 के बेल्लारी विधानसभा चुनाव में 18,200 वोट के अंतर से रेड्डी को शिकस्त दी थी और कुल वोटों में से 43.61 फीसदी मत हासिल किए थे।
कांग्रेस विधायक अनिल को जुलाई, 2015 में सीबीआई ने अवैध लौह अयस्क खनन घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था। अनिल इस मामले में गिरफ्तार होने वाले पांचवें मौजूदा विधायक हैं। लाड पर 2010 में बेलेकेरी बंदरगाह से अवैध रूप से 15,000 टन जब्त लौह अयस्क का निर्यात करने का आरोप है।
अनिल को वर्ष 2008 से 2015 के लिए कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया था, लेकिन बेल्लारी से विधायक निर्वाचित होने के बाद 20 मई, 2013 को उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था।
इसके अलावा जनता दल (सेक्युलर) ने मोहम्मद इकबाल हौथुर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मोहम्मद इस्माइल, शिवसेना ने यू.उरुकुंदु, समाजवादी पार्टी ने गोनल जुमारी बी. को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर दो दागी नेताओं के बीच जंग को देखते हुए कई क्षेत्रीय नेताओं ने अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया है। इसी वजह है कि इस सीट पर सबसे अधिक 28 उम्मीदवार मैदान में हैं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पहले ही जनता दल (सेक्युलर) को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है।
कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए राज्य में 56,696 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिसमें 4,96,82,357 (4.96 करोड़) मतदाता अपने मतों का प्रयोग कर नई सरकार के लिए जनादेश देंगे। मतदान एक ही चरण में 12 मई को होगा और वोटों की गिनती 15 मई को होगी।
मुख्य समाचार
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
-
लाइफ स्टाइल19 hours ago
साइलेंट किलर है हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी, इन लक्षणों से होती है पहचान
-
ऑफ़बीट3 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
नेशनल3 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
-
खेल-कूद3 days ago
IND VS AUS : दूसरी पारी में मजबूत स्थिति में भारत, केएल राहुल और यशस्वी ने जड़ा अर्धशतक
-
नेशनल3 days ago
महाराष्ट्र के रुझानों में महायुति को प्रचंड बहुमत, MVA को तगड़ा झटका
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार
-
नेशनल3 days ago
5.6 मिलियन फॉलोअर्स वाले एजाज खान को मिले महज 155 वोट, नोटा से भी रह गए काफी पीछे
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
पहले लेखपाल और आज वन दारोगा का नियुक्ति पत्र, निष्पक्षता की मिसाल बनी योगी सरकार