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प्रादेशिक

कर्नाटक में मैगी प्रतिबंधित

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बेंगलुरू,कर्नाटक,मैगी की बिक्री और उत्पादन पर प्रतिबंध,स्वास्थ्य मंत्री यूटी खादर,एफएसएआई

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बेंगलुरू | कर्नाटक ने रविवार को मैगी की बिक्री और उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री यूटी खादर ने कहा, “भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने आम लोगों का स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए सावधानी के तौर पर हमें कुछ समय के लिए मैगी के उत्पादन और बिक्री पर इसकी सभी किस्मों के साथ प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है।”

यहां एक निजी प्रयोगशाला में की गई जांच में हालांकि सीसे की मात्रा सीमा से कम पाई गई, फिर भी राज्य के खाद्य विभाग ने सभी हितधारकों से इसके विपणन, वितरण और बिक्री से बचने के लिए कहा है और आम लोगों को भी इसे नहीं खाने की सलाह दी है। खादर ने कहा, “हमने कंपनी (नेस्ले) को आदेश दिया है कि वह बाजार से मैगी को हटा ले। आदेश का उल्लंघन करने वाले को सख्त सजा दी जाएगी।” खादर ने कहा, “कोलकाता में केंद्रीय खाद्य प्रयोगशाला की जांच रपट आने के बाद कंपनी पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक जून को मैगी के नमूने मैसूर स्थित केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी शोध संस्थान (सीएफटीआरआई) और बेंगलुरू स्थित दो निजी प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे थे।

सीएफटीआरआई ने हालांकि नमूने की जांच करने से इंकार कर दिया था। खादर ने कहा, “हम निजी प्रयोगशालाओं से मैगी में एमएसजी की मात्रा की रपट मिलने का इंतजार कर रहे हैं, जो सोमवार तक मिल सकती है। यदि जांच में यह खतरनाक पाई जाती है, तो हम मैगी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा देंगे।” दोनों निजी प्रयोगशालाओं के नाम हैं – रॉबस्ट मैटेरियल्स टेक्न ोलॉजी लिमिटेड और टीयूवी एसयूडी लैब्स।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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