मुख्य समाचार
कांग्रेस ने कभी भी भ्रष्टाचार समाप्त करना नहीं चाहा : मोदी
वाराणसी, 22 जनवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि आजादी के बाद देश पर शासन करने वाली कांग्रेस सरकारों ने भ्रष्टाचार समाप्त करने की न तो कभी कोशिश की और न ही उनकी ऐसी कोई इच्छा थी, लेकिन उनकी सरकार ने बीते साढ़े चार वर्ष में ऐसा करके दिखाया है।
राजीव गांधी का नाम लिए बिना, मोदी ने कहा कि एक पूर्व प्रधानमंत्री ने पहले कहा था कि अगर 100 रुपये लोगों के कल्याण के लिए केंद्र से भेजा जाता है तो प्रत्येक लाभार्थी तक केवल 15 रुपये ही पहुंचता है, जबकि बाकी 85 प्रतिशत भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।
उन्होंने कहा, “यह इस तथ्य को स्वीकार करना था कि यह व्यवस्था है जिसे लंबे समय तक देश पर शासन करने वाली पार्टी ने इस देश को दिया है, पार्टी ने कभी भी इसे रोकने का प्रयास नहीं किया। मध्यम वर्गीय करदाता गंभीरता से कर अदा करते रहे और 85 प्रतिशत की लूट होती रही।”
उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में कहा, “अब मैं आपको मौजूदा स्थिति बताता हूं। तकनीक का प्रयोग कर हमने इस पूरी 85 प्रतिशत चोरी को रोक दिया है। अगर हम सिस्टम में बदलाव नहीं करते तो, लूट चलती रहती। यह पहले भी हो सकता था, लेकिन ऐसा करने की कोई इच्छा नहीं थी, इरादा नहीं था।”
मोदी ने कहा कि बीते साढ़े चार वर्षो में उनकी सरकार ने सीधे लाभ हस्तांतरण के जरिए कई परियोजनाओं के तहत करीब 5.78 लाख करोड़ रुपये लाभार्थी के खाते में दिए हैं।
उन्होंने कहा कि अगर पुरानी प्रणाली जारी रहती तो, 4.91 लाख करोड़ रुपये भ्रष्टाचार के जरिए बर्बाद हो जाते।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने सात करोड़ ऐसे फर्जी लाभार्थियों की पहचान की और उन्हें हटाया है जो सिर्फ कागजों में ही थे।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार अब यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि सभी कल्याण योजनाओं में पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में स्थानांतरित किया जाए।”
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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