अन्तर्राष्ट्रीय
काबुल में आत्मघाती हमला, 40 मरे
काबुल, 27 जनवरी (आईएएनएस)| मध्य काबुल में सिदारत स्क्वेयर के पास शनिवार को हुए एक आत्मघाती हमले में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और 140 अन्य घायल हो गए। इस हमले में एक तालिबान आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक भरे एक एम्बुलेंस का इस्तेमाल किया।
सिदारत स्क्वे यर के पास स्थित आंतरिक मंत्रालय की पुरानी इमारत के बाहर दो जांच चौकियों के बीच एम्बुलेंस को उड़ा दिया गया।
विस्फोट जम्हूरियत अस्पताल के पास अपराह्न् लगभग 12.50 बजे हुआ।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारी वाहिद मजरूह ने कहा कि मृतकों और घायलों को काबुल के आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया है।
सूत्र ने बताया कि विस्फोट की चपेट में आए लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्विटर पर कहा कि एक शहीद एक कार बम को आंतरिक मंत्रालय की पहली जांच चौकी तक ले जाने में सफल रहा। उसने कहा कि उस समय आसपास के इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
यह हमला पिछले सप्ताह के दौरान अफगानिस्तान भर में हुए घातक हमलों की श्रृंखला की ताजा कड़ी है। पिछले शनिवार को इंटरकांटीनेंटल होटल पर 17 घंटे घातक हमला चला था, और साथ ही जलालाबाद में सेव चिल्ड्रेन के मुख्यालय पर हमला किया गया था।
अन्तर्राष्ट्रीय
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात
नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।
मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।
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