Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

काला धन पर वैश्विक सूचना आदान-प्रदान जरूरी : जेटली

Published

on

Arun Jaitley-world-bank

Loading

वाशिंगटन। भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने काले धन पर रोक लगाने के लिए वैश्विक स्तर पर सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान की व्यवस्था लागू करने को जरूरी बताया। उन्होंने साप्ताहांत में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना बसंत बैठक में कहा कि यह सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है कि आपसी आधार पर सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान के लिए साझा मानक लागू हो, और जो भी देश 2017 या 2018 की समय सीमा के भीतर ऐसा करने के लिए तैयार न हुए हों, उन्हें जल्द से जल्द इसके लिए तैयार हो जाना चाहिए।”

जेटली ने कहा कि चूंकि टैक्स हैवेन उन्हीं मामलों में सूचना देने के लिए बाध्य हैं, जिनकी मांग की गई हो, इसलिए कर वंचना और अवैध धन प्रवाह पर सिर्फ खाते की सूचना के मुक्त और विभिन्न देशों द्वारा स्वत: आदान-प्रदान से ही रोक लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक मंच को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर देश साझा रिपोर्टिग मानक लागू करे और उनके पास जरूरी वैधानिक और नियामकीय ढांचा हो तथा व्यावहारिक तौर पर भी वे सूचनाओं का आदान-प्रदान करें।

भारतीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने फरवरी में इस्तांबुल में हुई जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक में कहा था कि भारत ने जी-20 देशों द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी दुनिया में सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान को तेजी से लागू करने की वकालत की है। गत वर्ष नवंबर में जी-20 देशों के ब्रिस्बेन शिखर सम्मेलन में समूह के नेताओं ने एक नया वैश्विक पारदर्शिता मानक अपनाया था, जिसके तहत 90 से अधिक देश और क्षेत्र 2017-18 तक एक साझा रिपोर्टिग मानक का इस्तेमाल करते हुए कर सूचनाओं का स्वत: आदान-प्रदान शुरू कर देंगे।

भारत के पास विदेशों में छुपा कर रखे गए देश के काले धन के बारे में कोई आधिकारिक अनुमान नहीं है, लेकिन अनाधिकारिक अनुमानों के मुताबिक देश का 466 अरब डॉलर से 1,400 अरब डॉलर तक काला धन विदेश में जमा है।

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

Continue Reading

Trending