Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

किशोरों के लिए अलग मैसेजिंग एप लाएगा फेसबुक

Published

on

Loading

न्यूयार्क, 3 जून (आईएएनएस)| किशोरों को ऑनलाइन प्रताड़ना का शिकार होने से बचाने के लिए अग्रणी सोशल नेटवर्किं ग कंपनी फेसबुक कथित तौर पर किशोरों के लिए अलग से मैसेजिंग एप लाने वाला है। यह एप किशोरों के परिजनों को यह निगरानी रखने की अनुमति देगा कि उनके बच्चे सोशल नेटवर्क पर किन-किन लोगों के संपर्क में हैं।

फेसबुक के इस एप ‘टॉक’ को आम लोग सर्च नहीं कर सकते, बल्कि सिर्फ किशोर ही इस्तेमाल कर सकते हैं। किसी अपरिचित व्यक्ति द्वारा किसी किशोर का फायदा उठाकर एप का इस्तेमाल करने की कोशिश करने पर एप खुद ब खुद बंद हो जाएगा।

वेबसाइट ‘द इनफॉर्मेशन’ के मुताबिक, फेसबुक के इस नए एप के कोड से पता चला है कि इस पर परिजनों का नियंत्रण होगा।

इस एप के कोड के मुताबिक, टॉक एक मैसेजिंग एप है, जहां आप सभी कांटैक्ट पर पूरा नियंत्रण कर सकते हैं और आपका बच्चा टॉक एप का इस्तेमाल कर आपसे मैसेंजर में चैट कर सकता है।

इस एप का इस्तेमाल 13 वर्ष से अधिक आयु के किशोर कर सकते हैं और इसके इस्तेमाल के लिए फेसबुक अकाउंट की भी जरूरत नहीं होगी।

हाल ही में आस्ट्रेलिया के एक समाचार पत्र में कहा गया था कि सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल कर 14 वर्ष तक की आयु के किशोरों को लक्षित कर विज्ञापन किया जा सकेगा।

Continue Reading

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending