मुख्य समाचार
‘किसर’ की छवि ने जीवन को बाधित किया : इमरान
नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)| चाहे फिल्म ‘मर्डर’ हो या ‘आशिक बनाया आपने’, करियर के शुरुआती दिनों में इमरान कई फिल्मों में लिप लॉक सीन करते नजर आए।
आगे चलकर वह ‘सीरियल किसर’ के नाम से मशहूर हो गए। इमरान का मानना है कि अपनी इसी छवि या परिचय के चलते उन्हें कई बार करियर में कई रुकावटों का सामना करना पड़ा है।
इमरान ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि उनकी यह छवि किस तरह उनके जीवन में आशीर्वाद और अभिशाप, दोनों साबित हुआ है।
इमरान ने कहा, “अपनी इस छवि के कारण मैंने अपने करियर में कई हिट फिल्में पाई। मैं झूठ नहीं बोलूंगा..मैं मानता हूं कि इससे मुझे काफी स्वीकार्यता मिली। ऐसी कई फिल्में थीं, जिसमें ऐसे दृश्य आवश्यक थे और मैंने उन्हें किया।”
उन्होंने आगे कहा, “लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब यही छवि मेरे लिए बाधक बनने लगी। मैं कुछ नया करना चाहता था, लेकिन हर बार उन्हें वही एक चीज करने को कहा जाता था। इस कारण मुझे अलग तरह की फिल्में नहीं मिलीं, और मैं एक कलाकार के रूप में खुद को बेहतर तरीके से पेश नहीं कर पाया।”
हालांकि 39 वर्षीय इमरान अब कुछ अलग तरह की फिल्में कर रहे हैं। उनकी फिल्म ‘वाय चीट इंडिया’ की पृष्ठभूमि बिल्कुल अलग है। यह फिल्म शिक्षा के क्षेत्र में घोटालों पर आधारित है।
इमरान कहते हैं कि पिछले कुछ सालों से अलग-अलग किस्म की फिल्में बन रही हैं और वह उनका हिस्सा बनना चाहते हैं, क्योंकि भारतीय सिनेमा में बने रहने के लिए यह एक बेहतर समय है।
पिछले हफ्ते आई फिल्म ‘वाय चीट इंडिया’ के बारे में इमरान कहते हैं, “शिक्षा क्षेत्र में क्रान्ति लाने के लिए इस फिल्म को बनाया गया है।”
इमरान ने इस फिल्म से बतौर निर्माता भी शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला, हालांकि अभी काफी कुछ सीखना बाकी है।
नेटफ्लिक्स पर अपनी आने वाली थ्रिलर ‘द बार्ड ऑफ ब्लड’ से अब इमरान डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी कदम रखने जा रहे हैं।
मुख्य समाचार
महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS: चौथे दिन का खेल खत्म, टीम इंडिया ने 9 विकेट के नुकसान पर बनाए 252 रन
-
नेशनल2 days ago
प्रियंका पर भड़के सीएम योगी, कहा- वे फिलिस्तीन का बैग लेकर घूम रहीं, हम यूपी वालों को इजराइल भेज रहे
-
नेशनल2 days ago
मोहम्मद पैगंबर पर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट के बाद महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में भड़की हिंसा
-
नेशनल2 days ago
प्रसिद्ध पौधरोपणकर्ता और पद्म पुरस्कार विजेता तुलसी गौड़ा का 86 वर्ष की उम्र में निधन
-
मनोरंजन2 days ago
मशहूर सिंगर-रैपर बादशाह को रॉन्ग साइड गाड़ी चलाना पड़ा महंगा, जानें कितने हजार का कटा चालान
-
प्रादेशिक2 days ago
1 जनवरी से इंदौर में भिखारियों को भीख देने वाले लोगों के खिलाफ दर्ज होगी FIR
-
मनोरंजन2 days ago
मुकेश खन्ना ने परवरिश पर उठाए सवाल तो भड़कीं सोनाक्षी सिन्हा, दिया करारा जवाब
-
नेशनल2 days ago
लोकसभा में पेश हुआ ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ बिल, समर्थन में 269, विरोध में 198 वोट पड़े