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प्रादेशिक

किसानों के साथ मुआवजे के नाम पर मजाक, 75 रुपए के चेक बंटे

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में किसानों पर मौसम के कहर के बाद अब सरकारी मुआवजे का नाम पर उनका मखौल उड़ाया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने फैजाबाद के कुछ किसानों को मुआवजे के तौर पर 75 रुपये का चेक भेजा है। कुछ अन्य किसानों को 100 से लेकर 230 रुपये तक के चेक मिले हैं। वहीं, कुछ ऐसे किसानों के नाम चेक जारी हुए हैं, जिनकी मौत हो चुकी है। इसके अलावा कब्रिस्तान की जमीन पर भी खेती दिखाकर चेक जारी कर दिए गए हैं। मामला सुर्खियों में आने के बाद अब कैंप लगाकर किसानों के चेक बदले जा रहे हैं।

बेरहम मौसम लगातार किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरने पर आमादा है। सूबे के कई जिलों में पिछले एक पखवाड़े में कई बार हुई बारिश ने फसल को बर्बाद कर दिया लेकिन प्रदेश सरकार ने मुआवजे के नाम पर किसानों के जख्मों पर नमक छिड़क दिया। फैजाबाद की रुदौली तहसील के वाजिदपुर और सीवन गांव में फसल बर्बादी के नाम पर किसानों को 75, 100 रुपए के चेक बांटे गए। मुआवजे के नाम पर हुआ यह मजाक 22 गांवों के किसानों के साथ हुआ। इसे लेकर जब मीडिया में सुर्खियां बनने लगीं तो किसानों को गलत तरीके से बांटे गए चेक वापस ले लिए गए।

किसानों के साथ हुए इस खिलवाड़ पर अधिकारी भी अपनी गलती मान रहे हैं। उप जिलाधिकारी अशोक कुमार सिंह का कहना है कि फसलों के नुकसान के सर्वे के लिए लेखपालों की टीम लगाई गई थी। हो सकता है कि सर्वे में कहीं चूक हो गई हो। उन्होंने कहा कि हमारे पास लेखपालों की हस्ताक्षर की हुई रिपोर्ट है। कब्रिस्तान की जमीन को खेती योग्य जमीन दिखाकर दिए गए चेकों की जांच कराई जाएगी। एडीएम वित्त व राजस्व जयशंकर दुबे ने कहा कि सात हजार 90 किसानों को बंटे 81.82 लाख रुपए के चेक सही कर दुबारा बांटे जाएंगे। इसमें केंद्र सरकार से मिली सहायता राशि का भी हिस्सा जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने चेक भुना लिया है, उन्हें बाकी रकम का दूसरा चेक मिलेगा। इस बीच मंडलायुक्त ने एसडीएम रुदौली और तहसीलदार से इस मामले में जवाब मांगा गया है जबकि लेखपाल को सस्पेंड कर दिया गया है।

इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने फैजाबाद के वाजिदपुर गांव का दौरा कर मामले की पूरी जानकारी ली और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की। वाजपेयी ने कहा, “गांव में नायब तहसीलदार या लेखपाल कोई नहीं आया। नियम के अनुसार, मुआवजे के नाम पर कम से कम 750 रुपये मिलने चाहिए। गांव में प्रधान का कब्रिस्तान है, जिसमें खेती नहीं होती। इस जमीन पर भी आठ लोगों का चेक बना दिया गया है।” वाजपेयी ने बताया कि जिस जमीन पर खेती नहीं होती, उनके मालिकों के नाम पर भी चेक जारी किए गए। इस खेल में शामिल नायब तहसीलदार, पटवारी तहसीलदार, कानूनगो, उप जिलाधिकारी व जिलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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