Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

खेल-कूद

केरल में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन बड़ी चुनौती

Published

on

Loading

तिरुवनंतपुरम| अगले वर्ष केरल में होने वाले राष्ट्रीय खेलों का 35वां संस्करण शुरू होने में मुश्किल से कुछ सप्ताह रह गए हैं, लेकिन इस बेहद अहम टूर्नामेंट को लेकर आयोजकों के सामने अभी भी कई तरह की चुनौतियां बनी हुई हैं।

राष्ट्रीय खेलों मुख्य आयुक्त जैकब पुनूज का कहना है कि राष्ट्रीय खेलों के सुचारु संचालन में अनेक व्यावहारिक समस्याएं हैं, लेकिन ये समस्याएं ऐसी नहीं हैं जिनका समाधान न निकाला जा सके।

35वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 31 जनवरी से 14 फरवरी के बीच राज्य के सात जिलों में 30 आयोजन स्थलों पर किया जाएगा और टूर्नामेंट में 11,000 खिलाड़ियों और 2,500 खेल अधिकारियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।

पुनूज ने आईएएनएस से कहा, “राष्ट्रीय खेलों का आयोजन सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक उपाय अपनाए जा रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि अभी निशानेबाजी उपकरणों के अतिरिक्त शेष सभी खेलों के उपकरण नहीं पहुंच सके हैं। लेकिन सबसे अच्छी बात यह है कि हमने दुनिया के अग्रणी खेल सामग्री आपूर्तिकर्ता से करार किया है और उनके पेशेवर रवैये पर संदेह नहीं किया जा सकता। खेलों के दौरान खिलाड़ियों द्वारा उपयोग के लिए 35 करोड़ रुपयों के उपकरण मंगाए गए हैं।”

राष्ट्रीय खेलों के पिछले संस्करणों से तुलना करते हुए पुनूज ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी राज्य के विभिन्न शहरों में इसका आयोजन किया जा रहा है, इसलिए समस्याएं भी पिछली बार की अपेक्षा अधिक हैं।

आयोजकों ने 35वें राष्ट्रीय खेलों पर कुल 611 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान लगाया गया है, जिसमें से 465.5 करोड़ रुपये आधारभूत संरचना के निर्माण पर खर्च होने हैं।

केरल के पूर्व पुलिस महानिदेशक पुनूज ने कहा, “15 जून के बाद से लगातार बारिश के कारण हमें लगातार तीन दिन भी खिली धूप नहीं मिल सकी। इसके कारण हमें कई आयोजन स्थलों पर कृत्रिम कोर्ट लगाने में समस्या का सामना करना पड़ा और हमें आशा है कि आने वाले दिनों में धूप निकलने पर हम टेनिस कोर्ट, एथलेटिक्स अभ्यास कोर्ट और हॉकी स्टेडियम में कृत्रिम कोर्ट बिछा सकेंगे।”

आयोजकों के सामने इसके बाद सबसे बड़ी समस्या लाल फीताशाही के कारण सरकारी प्रक्रियाओं में होने वाली देरी से बचने की है।

पुनूज ने कहा, “सभी प्रक्रियाओं का हरसंभव पालन किया जा रहा है, लेकिन प्रत्येक बारिकी का अक्षरश: पालन नहीं किया जा सकता। टूर्नामेंट की विशालता भी बहुत बड़ी परेशानी है और सभी खिलाड़ियों को उनके आवास से आयोजन स्थल तक ले जाने और से लाने के लिए हमें अलग-अलग तरह के कम से कम 1200 वाहनों की जरूरत पड़ेगी।”

उन्होंने बताया कि प्रत्येक पंजीकरण केंद्र के डिजिटलीकृत न होने के कारण भी समस्या आ रही है और इसके कारण अब तक 25 फीसदी खिलाड़ियों को सूचीबद्ध नहीं किया जा सका है।

तमाम समस्याओं के बावजूद उन्हें पूरा विश्वास है कि राष्ट्रीय खेलों का यह 35वां संस्करण अविस्मरणीय साबित होगा।

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

Published

on

Loading

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

Continue Reading

Trending