Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

कोतवाली में लटका मिला युवती का शव, बवाल के बाद पुलिस फायरिंग में एक मरा

Published

on

Loading

सीतापुर। उत्तर प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा का दावा कर भले ही अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन छपवाती रहे, लेकिन सच्चाई यह है कि सुरक्षा करने वालों पर ही सवाल उठ रहे हैं। सीतापुर जिले के महमूदाबाद कोतवाली के अंदर सोमवार को एक युवती जीनत (18) की फंदे से लाश लटकी मिलने के बाद बवाल हो गया। लड़की के घरवालों ने पुलिस पर दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया है। वहीं, पुलिस ने इसे खुदकुशी का मामला बताया है। लड़की रविवार शाम घर से गायब हो गई थी।

शव मिलने के बाद लड़की के घरवालों ने थाने में जमकर तोड़फोड़ की और नाराज लोग सड़कों पर उतर आए। पुलिस ने लाठियां भांजी तो लोगों ने पथराव कर दिया। अटरिया थाने के एसओ की जीप सहित कई वाहन जला दिए। बजाजा मार्ग, चिकमंडी समेत कई जगह पथराव के साथ आगजनी की। बाजार बंद करा दिए। उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। हालात बेकाबू होते देख कई राउंड फायरिंग की, जिसमें नदीम नामक युवक की मौत हो गई। महमूदाबाद पहुंचे आईजी जोन जकी अहमद ने डीएम सूर्यपाल गंगवार, एसपी राजेश कृष्ण व अन्य अफसरों के साथ मोर्चा संभाला। इसके बावजूद कस्बे में देर शाम तक पत्थरबाजी होती रही। स्थिति संभालने के लिए पूरे जिले की फोर्स के अलावा भारी संख्या में पीएसी भी लगाई गई है। बवाल में पुलिसकर्मियों समेत 20-25 लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव व्याप्त है।

परिवारीजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने जीनत की हत्या करने के बाद घटना को खुदकुशी का रूप देने के लिए लाश फंदे से लटका दी। मूलत: गोंडा जिले के रहने वाले दूर संचार विभाग के कर्मचारी मकबूल अहमद की बेटी जीनत रविवार देर शाम भाई से किसी बात पर हुए झगड़े के बाद घर से निकल गई। सोमवार सुबह करीब चार बजे महमूदाबाद-रेउसा मार्ग पर पर्वतपुर व बसावनपुर के बीच चीनी मिल में काम करने वाले अमर सिंह ने जीनत को अकेले देख रोका। उन्होंने जीनत के कहने पर उसे नूरपुर पहुंचाया। अमर ने एक बैंक में डयूटी कर रहे पुलिस कर्मियों को पूरी बात बताई तो सिपाही ब्रह्मदेव व होमगार्ड राम इकबाल पूछताछ के बाद युवती को टैम्पो से सुबह करीब पांच बजे कोतवाली ले गए थे। इसके कुछ देर बाद उसकी लाश कोतवाली के टॉयलेट में फंदे से लटकी मिली।

पुलिस का कहना है कि रविवार शाम जीनत का अपने भाई से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद वह घर छोड़कर चली गई। सोमवार सुबह वन विभाग के एक गार्ड ने जीनत को नहर में छलांग लगाने की कोशिश करते देखा। गार्ड ने उसे रोका और कोतवाली ले आया। पुलिस के मुताबिक, जीनत पर नजर रखने के लिए एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई थी। इस दौरान जीनत टॉयलेट गई। वह काफी देर तक बाहर नहीं आई। कांस्टेबल ने कई बार आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। कांस्टेबल ने अपने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। कुछ देर बाद टॉयलेट का गेट तोड़ा गया तो लड़की का शव मिला। एसपी राजेश कृष्ण ने बताया कि रात में ड्यूटी पर तैनात एक एचसीपी, एक हेड कांस्टेबल व एक सिपाही सस्पेंड किया गया है। एक होमगार्ड के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

लखनऊ परिक्षेत्र के डीआईजी जकी अहमद ने कहा कि यह गंभीर मामला है, इसकी जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। इधर, स्थानीय पुलिस का कहना है कि लड़की ने पहले भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी।

Continue Reading

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending