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मुख्य समाचार

क्या भारत के पास रक्षा मंत्री है? : शिवसेना

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मुंबई, 18 जून (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर हिंसा पर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए शिवसेना ने सोमवार को पूछा कि क्या ‘भारत के पास सच में एक रक्षा मंत्री है?’ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की सहयोगी शिवसेना ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम लिए बिना उनपर ‘एक बहुत कमजोर और अप्रभावी, चेहरा विहीन व्यक्तित्व, जोकि पद पर है और देश के लिए अहितकर है’ कहकर हमला किया।

सेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना और दोपहर का सामना के संपादकीय में कहा, हमारे सेना के तीनों प्रमुख हमेशा सुनिश्चित करते हैं कि देश की सशस्त्र सेना किसी भी चुनौतियों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहे। हमें सशस्त्र सेना की क्षमता पर पूरा विश्वास है- लेकिन नेतृत्व अयोग्य है।

संपादकीय के अनुसार, नहीं तो, रमजान के पवित्र महीने में आतंकवादी बहादुर जवान औरंगजेब और मोहम्मद हनीफ की हत्या नहीं कर पाते।

शिवसेना ने कहा, भारत के स्वराज को बर्बाद करने आए मुगल शासक की हमने हमेशा आलोचना की है, लेकिन हम जम्मू एवं कश्मीर के इस जवान औरंगजेब की सराहना करते हैं, जो शहीद हो गया।

पार्टी ने मांग करते हुए कहा, औरंगजेब(हनीफ) की बहादुरी और बलिदान पूरे देश को लंबे समय तक प्रेरित करता रहेगा..सरकार को इस राष्ट्रवादी की शहादत को निश्चित ही सम्मानित करना चाहिए।

संपादकीय के अनुसार, वह साहसी आतंक-रोधी योद्धा और सच्चा देशभक्त था..इसी वजह से आतंकवादियों का ध्यान उसकी ओर गया, जिसका ईद की छुट्टियों के लिए घर जाते वक्त पहले अपहरण किया गया और बाद में हत्या कर दी गई।

सामना के अनुसार, उसकी हत्या करने से पहले आतंकवादियों ने एक वीडियो शूट किया, जिसमें औरंगजेब से पूछताछ की गई और प्रताड़ित किया गया, लेकिन सामने मौत को देखकर भी वह कभी डरा हुआ या भयभीत नहीं लगा और उसके बाद भी सरेंडर नहीं किया।

संपादकीय के अनुसार, वह रमजान के महीने में देश के लिए शहीद हो गया, जो कि उसके बलिदान से और पवित्र हो गया।

इस्लाम के नाम पर घाटी में हिंसा को ‘आश्चर्यजनक’ बताते हुए शिवसेना ने कहा कि औरंगजेब जैसे कई अन्य मुस्लिम जवान देश के लिए शहीद हो रहे हैं।

सामना के अनुसार, न केवल मुस्लिम, बल्कि हिंदू भी उसपर हमेशा गर्व करेगा और उनकी शहादत की वजह से देश संगठित बना हुआ है।

शिवसेना ने कहा, जो जम्मू एवं कश्मीर और महाराष्ट्र में शासक औरंगजेब के नाम पर वोट मांगते हैं, उन्हें जवान औरंगजेब के शहीद होने के सम्मान में अपना सर झुकाना चाहिए और उनकी याद में विशेष नमाज अदा करना चाहिए।

संपादकीय के अनुसार, हम उसकी शहादत को सलाम करते हैं। ऐसे औरंगजेब को सभी मुस्लिमों के घर में पैदा होना चाहिए। औरंगजेब की शहादत अमर है..।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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