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अन्तर्राष्ट्रीय

खास जैविक प्रक्रिया के कारण हम करते हैं दूसरों की मदद

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लंदन। हम अक्सर किसी उम्मीद के बिना दूसरों की मदद करते हैं कभी सोचा है क्यों? एक नए अध्ययन के अनुसार इसके लिए हम एक खास जैविक प्रक्रिया का धन्यवाद कर सकते हैं जो हमें एकजुट रहने के लिए प्रेरित करता है। पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन की एक शोधकर्ता क्रिस्टीना मार्कवेज के अनुसार, “हम किसी वृद्ध को सड़क पार कराने के लिए कभी संकोच नहीं करते इसी को सामाजिक व्यवहार कहा जाता है।”

सामाजिक व्यवाहर का अध्ययन करने के लिए शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में चूहों के व्यवहार का अध्ययन किया। इसके बाद शोधकर्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि सामाजिक व्यवहार परोपकारी कृत्य से बिल्कुल अलग है। माकर्वेज ने बताया कि अपने प्रयोग में हमने चूहों की जोड़ी को अलग-अलग भूमिका दी। इसमें एक को मदद करने वाले जबकि दूसरे को उसके साझीदार के तौर पर भूमिका दी गई। मदद करने वाला विकल्प तलाशने के लिए स्वतंत्र था।”

माकर्वेज ने बताया कि प्रयोग को तौर पर एक विकल्प में एक चूहे के लिए दरवाजा खुला हुआ था जहां खाने का इनाम खुद को ही दिया जाना था। वहीं, दूसरे विकल्प के तौर पर दूसरा दरवाजा खुला हुआ था, जहां दोनों चूहों के लिए भोजन रखे थे। इस प्रयोग में शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्यादातर चूहे दूसरे विकल्प की ओर आकर्षित हुए। मार्कवेज के अनुसार 15 चूहों में से केवल एक ने पहले विकल्प पर गौर किया। तो इसका मतलब है कि चूहे भी मनुष्य के उच्च सिद्धांत का पालन करते हैं, या मनुष्य चूहों के साथ कुछ बुनियादी सामाजिक सिद्धांत साझा करते हैं?

इस शोध का नेतृत्व करने वालीं मार्ता मोइटा का कहना है कि सामाजिक होना चूहों और मनुष्यों के लिए कई स्थिति में लाभाकारी है। साधारण जैविक प्रक्रिया जैसे जब समूह के सदस्य पुरस्कार प्राप्त करते हैं तो सकारात्मक भाव या दूसरे के लिए संवेदनशील होना आदि बातों से व्यक्तिगत लाभ भी हो सकता है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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