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गडकरी को प्रलोभन दे रहा था एस्सार समूह : कांग्रेस

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नई दिल्ली | कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि एस्सार समूह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और मंत्रिमंडल सदस्य नितिन गडकरी को फ्रांसीसी जहाज पर छुट्टियां बिताने की पेशकश कर उन्हें प्रलोभन देने की कोशिश की थी। भाजपा ने हालांकि, इस खबर पर बेहद हल्की प्रतिक्रिया दी है। इस मामले में कांग्रेस के नेताओं और पत्रकारों का नाम भी शामिल है। कांग्रेस नेता पी.सी.चाको ने कहा कि कारपोरेट हमेशा राजनीतिज्ञों का लाभ उठाती है। उन्होंने कहा, “यह राजनीतिज्ञों के ऊपर है कि वह इस तरह के प्रलोभन से दूर रहे।”

चाको ने टाइम्स नाउ चैनल से कहा, “कोई कारपोरेट मुफ्त में किसी को लाभ नहीं देता, क्योंकि वे इसके बदले में कुछ चाहते हैं।” कांग्रेस नेता ने गडकरी की उस दलील को सुनने से इनकार किया, जिसमें उन्होंने उस वक्त खुद के किसी भी लाभ के पद पर न होने की बात कही थी। गौरतलब है कि इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक खबर में कहा है कि एस्सार समूह ने फ्रेंच रिविरा में गडकरी और उनके परिवार के लिए 7-9 जून 2013 के बीच आलीशान यात्रा का बंदोबस्त किया था।

चाको ने कहा कि अगर गडकरी कुछ नहीं होते तो एस्सार उन्हें गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने कहा, “उन्हें पता है कि वह अपनी पार्टी में महत्वपूर्ण हैं और वह और महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं, इसलिए उन्हें इसके बदले में लाभ मिलेगा।” भाजपा ने हालांकि, इस रिपोर्ट को खारिज किया है। पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने मीडिया को बताया, “जिस तरह की खबरें रोज आ रही हैं, हमें उन पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है।” एक्सप्रेस ने एस्सार कम्युनिकेशन की लीक हुई आंतरिक सूचना के आधार पर बताया कि कैसे कंपनी ने तोहफा देकर पद और प्रभाव वाले लोगो का इस्तेमाल अपने व्यावसायिक हितों में किया।

एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, एस्सार को लाभ देने और पाने वालों में पत्रकार, कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेता भी शामिल हैं। गडकरी ने यह स्वीकारा है कि उन्होंने फ्रांसीसी जहाज में यात्रा की थी, लेकिन उन्होंने किसी पद का दुरुपोयग कर लाभ नहीं कमाया। उन्होंने कहा, “मैं अब ऐसा नहीं करूंगा क्योंकि मैं एक मंत्री हूं। लेकिन तब मैं न तो सांसद था और न ही भाजपा अध्यक्ष।” इंडियन एक्सप्रेस की रपट में यह भी कहा गया है कि पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और मोतीलाल वोरा तथा भाजपा नेता वरुण गांधी ने एस्सार में नौकरी के लिए अपने उम्मीदवार भेजे थे।

जायसवाल ने एक्सप्रेस से कहा कि उन्होंने हो सकता है कुछ लोगों की सिफारिश की हो। उन्होंने कहा, “मैं अक्सर अपने संसदीय क्षेत्र के बेरोजगार युवकों की सिफारिश किया करता था।” दिग्विजय ने कहा, “मैं इनकार नहीं करता हूं कि जिसे जरूरत पड़ती थी, उसकी सिफारिश कर दिया करता था।”

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बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर कर्नाटक में FIR दर्ज, फेक न्यूज फैलाने का है आरोप

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बेंगलुरु। बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर कर्नाटक में एफआईआर दर्ज हुई है। तेजस्वी पर एक किसान की आत्महत्या के मामले को वक्फ बोर्ड के साथ भूमि विवाद से जोड़कर फर्जी खबर फैलाने का आरोप है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसान की आत्महत्या का कारण कर्ज और फसल खराबी था, न कि जमीन का विवाद। इस मामले ने कर्नाटक में राजनीति को गरमा दिया है।

हावेरी जिले के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में बताया कि किसान की मौत जनवरी 2022 में हुई थी। उन्होंने कहा कि किसान ने आत्महत्या की वजह कर्ज और फसल नुकसान बताया गया था। पुलिस ने मामले की जांच पूरी करके रिपोर्ट भी प्रस्तुत कर दी थी। सूर्या की पोस्ट के बाद इस घटना को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई, और सोशल मीडिया पर चर्चाएं शुरू हो गईं।

कन्नड़ न्यूज पोर्टल के संपादकों पर भी FIR दर्ज

इस मामले में केवल तेजस्वी सूर्या ही नहीं, बल्कि दो कन्नड़ न्यूज़ पोर्टल के संपादकों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है। इन पोर्टल्स ने एक हेडलाइन में दावा किया कि किसान की आत्महत्या वक्फ बोर्ड के भूमि विवाद से जुड़ी थी। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की गलत जानकारी किसानों में तनाव फैला सकती है और इसीलिए मामला दर्ज किया गया है।

वहीँ एफआईआर दर्ज होने के बाद तेजस्वी सूर्या ने इसपर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में वक्फ भूमि के नोटिसों ने किसानों के बीच चिंता बढ़ाई है, जिसके चलते उन्होंने प्रारंभिक रिपोर्ट पर विश्वास किया।

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