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गले की फांस न बन जाए बुलेट ट्रेन, रेलवे के जवाब से उठे बड़े सवाल

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अहमदाबाद। केंद्र की मोदी सरकार जहां मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर आगे बढ़ रही है, वहीं एक आरटीआई (सूचना का अधिकार) आवेदन के जरिए पता चला है कि इस क्षेत्र की ट्रेनों में 40 फीसदी सीटें खाली रहती हैं। इससे पश्चिम रेलवे को भारी नुकसान हो रहा है। ऐसे में महंगी बुलेट ट्रेन परियोजना पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि यह बेहद महत्वाकांक्षी परियोजना कहीं भविष्य में गले की फांस न बन जाए।

पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात को मुंबई से जोडऩे वाले इस रूट का हाल ही में जापान के पीएम शिंजो आबे की मौजूदगी में शिलान्यास हुआ था। लेकिन, एक आरटीआई के जवाब में रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक यह रूट जुलाई से घाटे में है। जानकारी के मुताबिक इस रूट पर सभी ट्रेनों में करीब 40 फीसदी सीटें खाली रह जाती हैं।

फाइल फोटो

यह जानकारी इसलिए अहम है क्योंकि मोदी सरकार जोर-शोर से बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर काम कर रही है और इसके लिए जापान से भारी कर्ज भी लिया गया है। मुंबई के कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सूचना का अधिकार कानून के तहत आवेदन कर ये जानकारी मांगी थी, इस पर जवाब मिलने के बाद उन्होंने बुलेट ट्रेन की योजना पर सवाल खड़े किए हैं।

अनिल गलगली ने पश्चिम रेलवे से पूछा था कि इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों में कितनी सीटों पर लोग यात्रा करते हैं। जवाब में रेलवे के व्यावसायिक महकमे ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद के बीच 32 मेल व एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं। इनमें उपलब्ध सात लाख 35 हजार 630 सीटों में केवल चार लाख 41 हजार 795 ही बुक हो पाती हैं। यह आंकड़े पिछले तीन माह के हैं। यात्रियों की कम संख्या के कारण 14 करोड़ 12 लाख 83 हजार 597 रुपए का रेलवे को घाटा हो रहा है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक मनजीत सिंह ने आरटीआई के जवाब में मुंबई-अहमदाबाद-मुंबई मार्ग की सभी प्रमुख ट्रेनों की सीटों की जानकारी दी। इसमें दुरंतो, शताब्दी एक्सप्रेस, लोकशक्ति एक्सप्रेस, गुजरात मेल, भावनगर एक्सप्रेस, सुरक्षा एक्सप्रेस, विवेक-भुज एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनें शामिल हैं।

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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