Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

गुजरात और जम्मू-कश्मीर में मैगी पर बैन

Published

on

maggi-noodles-ban

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के बाद अब गुजरात और जम्मू एवं कश्मीर में भी गुरुवार को मैगी पर पाबंदी लगा दी गई। इस बीच कई राज्यों ने मैगी के नमूनों को जांच के लिए भेज दिया है। मैगी ने हालांकि कहा है कि कोलकाता की एक प्रयोगशाला में की गई जांच में सीसे के स्वीकृत स्तर में होने का पता चला है।

गुजरात के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने गुरुवार को 30 दिनों के लिए मैगी को प्रतिबंधित कर दिया। राज्य सरकार ने यह फैसला मैगी के नमूनों की जांच कराने के बाद किया है। जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने भी मैगी पर रोक लगा दी है इसकी निर्माता कंपनी नेस्ले इंडिया को मैगी के सभी पैकेट बाजार से हटाने का आदेश दिया है। राज्य के उपभोक्ता मामले और जन वितरण मंत्री चौधरी जुल्फीकार ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा, “हमने सभी जिलाधीशों को राज्य में मैगी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है।”

उधर नेस्ले इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर कुछ प्रयोगशालाओं में मैगी की जांच रिपोर्ट प्रकाशित की है। नेस्ले ने अपने वेबसाइट पर कहा कि हम नियमित तौर पर अपने कच्चे मालों में सीसे की जांच करते हैं। नेस्ले ने कहा कि कच्चे माल में प्रति किलोग्राम 0.05 मिलिग्राम सीसा पाया गया है, जबकि 2.5 मिलीग्राम तक की अनुमति है। नेस्ले ने मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) के बारे में कहा कि हम मैगी नूडल में स्वाद बढ़ाने वाले एमएसजी का प्रयोग नहीं करते हैं।

दिल्ली सरकार ने बुधवार को मैगी पर राज्य भर में 15 दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। गुरुवार को दिल्ली सरकार ने रैमेन एंड चिंग्स के हक्का नूडल को भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया। शिमला में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को मैगी की गुणवत्ता पर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है और यह रिपोर्ट गुरुवार शाम तक मिल सकती है। बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक तथ उत्तर प्रदेश ने मैगी की जांच के लिए नमूने भेजे हैं।

अहमदाबाद में केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि उन्होंने अपने विभाग से विवाद के बाद इस विषय पर ध्यान देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निपटारा आयोग से इस मामले की शिकायत की है। एफएसएसएआई की केंद्रीय सलाहकार समिति ने भी मैगी में सीसा पाए जाने के मुद्दे पर एक बैठक में चर्चा की। इस विवाद के बाद देश के कई प्रमुख रिटेल स्टोरों ने मैगी को अपने रैक से हटा दिया है। भारतीय सेना ने भी एक निर्देश जारी कर अपने जवानों को मैगी खाने से मना कर दिया है और कैंटीनों को स्थिति स्पष्ट होने तक इसे बेचने से मना कर दिया है।

अन्य राज्य

बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई लाखों जनता, मचा भगदड़

Published

on

Loading

भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित कुमुद विहार में आयोजित हनुमंत कथा के दूसरे दिन गुरुवार को वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। इसके कारण कई लोगों को चोटें आई हैं। कथा के संरक्षक बनवारी शरण महाराज ‘काठिया बाबा’ ने आयोजन समिति और पुलिस-प्रशासन पर मनमानी का आरोप भी लगाया। आयोजन स्थल पर पहुंचे कई लोगों ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई महिलाओं को वीआईपी पास के बावजूद एंट्री नहीं दी गई। वहीं, वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण कई बार भगदड़ की स्थिति भी बनी रही।

व्यवस्था पर उठे सवाल

एक महिला चंद्रकला सुमानी ने बताया कि उनके पास वीआईपी पास थे। अगर सीटें नहीं थीं तो वीआईपी पास क्यों जारी किया गया है। यहां पर व्यवस्था काफी खराब है। पुलिस ने बिना सूचना के वीआईपी गेट को बदल दिया। कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि अव्यवस्था के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई लोग नीचे गिरे लोगों के ऊपर से चढ़कर गुजर गए। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। हालांकि, अव्यवस्था और तमाम आरोपों पर आयोजकों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

Continue Reading

Trending