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प्रादेशिक

गुजरात में भारी बारिश से 22 मरे

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अहमदाबाद। गुजरात में मंगलवार से जारी मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम 22 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है साथ ही पूरे राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। राजस्थान के ऊपर बने भारी दबाव के क्षेत्र ने पश्चिमी राज्यों की ओर रुख कर लिया है, जिसके कारण अगले दो दिनों में और बारिश होने की संभावना जताई गई है।

अहमदाबाद जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां बारिश से जुड़ी घटनाओं जैसे डूबने, दीवार गिरने तथा पेड़ गिरने से छह लोगों की मौत हो गई। राज्य की राजधानी गांधीनगर, सूरत, वड़ोदरा, राजकोट, भरूच, आनंद तथा सामान्य रूप से कम बारिश वाले कच्छ इलाके में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। राज्य में मौजूद 202 बड़े तथा छोटे बांध व जलाशय या तो पूरी तरह भर चुके हैं या खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं।
अहमदाबाद भी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जहां निचले इलाकों में 2-4 फीट ऊपर तक पानी जमा हो गया है। साबरमती नदी भी उफान पर है, जिसके कारण आसपास के शहरों व गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। भारी बारिश के कारण पालनपुर-गांधीधाम-धरंगधरा रेलखंड पर पानी जमा हो गया है, जिसके कारण बुधवार को पश्चिमी रेलवे को 30 रेलगाड़ियां रद्द करनी पड़ी, जबकि आठ अन्य को गुरुवार को खोला जाएगा।

गुजरात राज्य परिवहन निगम को बुधवार को लगभग तीन हजार बस सेवाएं रद्द करनी पड़ीं, जिसके कारण राज्य के विभिन्न भागों में लोग फंसे रहे। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल तथा उनकी कैबिनेट के सहयोगी हालात पर निगरानी रखे हुए हैं और राहत व बचाव अभियान को निर्देश प्रदान कर रहे हैं। गुजरात इस मानसून के दौरान दूसरी बार बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जून के मध्य में 70 लोगों की जान चली गई थी, जबकि हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा था।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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