Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

गुजरात : रूपाणी होंगे मुख्यमंत्री, पटेल उपमुख्यमंत्री

Published

on

Loading

गांधीनगर, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)| भाजपा केंद्रीय पर्यवेक्षक टीम ने गुजरात में मुख्यमंत्री पद पर संदेह खत्म करते हुए विजय रूपाणी को राज्य का अगला मुख्यमंत्री और साथ ही नितिन पटेल को उपमुख्यमंत्री चुना है।

नवनियुक्त विधायकों की बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की।

आनंदीबेन पटेल के मुख्यमंत्री के पद से हटने के बाद रूपाणी को 7 अगस्त 2016 को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया था।

रूपाणी का चयन 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया गया है जोकि केवल 18 महीने दूर है। पार्टी किसी नए चेहरे को लाकर मौजूदा कार्य व विकास में अवरोध पैदा करने का जोखिम नहीं लेना चाहती।

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि राज्य के 17 वें मुख्यमंत्री के तौर पर पार्टी के पास अन्य चेहरे भी थे जिसमें गुजरात का प्रतिनिधित्व कर रहे केंद्रीय मंत्री भी शामिल थे। लेकिन इन सबों पर लोकसभा चुनाव को देखते हुए ध्यान नहीं दिया गया।

सूत्र के अनुसार, रूपाणी पार्टी में स्वीकार्य चेहरा हैं और उनके नेतृत्व में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है, खासकर उनके गृहजिले में।

जेटली ने पत्रकारों को बताया कि विधायकों ने निर्विरोध रूप से रूपाणी को भाजपा विधायक दल का नेता चुना। उन्होंने बताया कि पटेल को सदन का उपनेता चुना गया है।

शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन संभवत: साबरमती रिवरफ्रंट पर क्रिसमस के दिन हो सकता है।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाने वाले रूपाणी दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री चुने गए। भाजपा ने विधानसभा की 182 में से 99 सीटों पर जीत दर्ज की है।

रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को रंगून(अब म्यांमार) में हुआ था। उन्होंने 1987 में राजकोट का मेयर बन सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया। वह जनसंघ, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और भाजपा के साथ इसके उद्भव के समय से जुड़े रहे। जेपी आंदोलन में उन्होंने सौराष्ट्र अभियान का नेतृत्व किया और आपातकाल के दौरान जेल भी गए।

Continue Reading

नेशनल

रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए जारी किया निर्देश, ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाने वालों के खिलाफ दर्ज होगा केस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए निर्देश जारी कर कहा है कि रेल सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने पर केस दर्ज किया जाएगा। यानी अगर कोई शख्स ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाएगा तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल लोग सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए रेल और रेल की पटरियों पर रील बनाते हैं। कई जगह ये भी देखा गया है कि रील बनाते-बनाते लोग चलती ट्रेन से घायल भी हुए हैं। युवाओं में खासकर यह क्रेज है कि वह रेलवे की पटरियों पर जाकर एक्शन रील बनाते हैं या फिर कुछ एक्सपेरिमेंट करते हैं, जैसेकि ट्रेन की पटरी पर पत्थर रख दिया या कोई सामान रख दिया। इस तरह की रील बनाने वाले लोग खुद के साथ-साथ रेल यात्रियों की जिंदगी भी खतरे में डालते हैं।

ऐसे में रेल पटरियों और चलती ट्रेनों में रील बनाने को लेकर सरकार सख्त रवैया अपना रही है। ऐसा करने पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने इस मामले में अपने सभी जोन को निर्देश दिया है, जिसमें कहा गया है कि अगर रील बनाने वाले सुरक्षित रेल परिचालन के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं या कोचों या रेल परिसरों में यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनते हैं तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।

Continue Reading

Trending