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ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने अब रेलवे ने चुना ईआई

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नई दिल्ली, 16 दिसम्बर (आईएएनएस)| संकेत विफलता (सिग्नल फेल्योर) को रोकने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) अपनाने के बाद भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ अधिकारियों की मदद के लिए अब भावनात्मक बुद्धिमता (ईआई) का विकल्प चुना है ताकि सेवा वितरण प्रणाली में तेजी और अधिक निर्णायक तरीके से सुधार किया जा सके।

रेलवे वक्त-वक्त पर तनाव और संबंधित अधिकारियों के बीच सहानुभूति की कमी सहित विभिन्न कारणों से उच्च स्तर पर अनिश्चितता से जूझता रहता है।

रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “कभी-कभार ऐसे हालात होते हैं, जहां अधिकारी मांग की स्थिति में तनाव को बर्दाश्त नहीं कर पाते, जिससे फैसलों को प्रभावित किया।”

रेलवे में बदलाव के लिए भावनात्मक रूप से समझदार नेतृत्व रणनीतियों की रचना हेतु सार्वजनिक स्तर पर एक अभ्यास चल रहा है ताकि सभी शीर्ष स्तर के अधिकारियों को विश्व स्तर पर प्रमाणित मास्टर ट्रेनर द्वारा आयोजित ईआई प्रशिक्षण दिलाया जा सके।

कनाडा के मल्टी हेल्थ सिस्टम द्वारा विकसित और सश्रम अनुसंधान व पुष्टि पर आधारित ईआई पाठ्यक्रम मॉडयूल का मकसद उन हालात में समस्याओं क समाधान निकालने के लिए अधिकारियों को सक्षम बनाना है, जिसमें भाव शामिल होते हैं, विशेषकर ग्राहक से सामना किए जाने वाले हालात में।

एक कार्यशाल में भाग लेने वाले एक विभागीय रेलवे प्रबंधक ने कहा, “अध्ययन में पाया गया कि उच्च भाव बुद्धि वाले लोग अपने काम में अधिक प्रभावकारी होते हैं। तनावपूर्ण या कठिन परिस्थितियों से निपटना और विश्वास करना कि वह सकरात्मक तरीके से इस हालात को संभाल सकता है यही ईआई मॉडयूल का मुख्य मकसद है।”

वड़ोदरा स्थित भारतीय रेल राष्ट्रीय अकादमी में होने वाले इस पाठ्यक्रम के पहले बैच में सभी महाप्रबंधक व विभागीय रेलवे प्रबंधक हिस्सा लेंगे और इसे चरणबद्ध तरीके से अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के लिए बढ़ाया जाएगा।

मॉडयूल में आत्म-धारणा, आत्म-अभिव्यक्ति, समस्या-निवारण और तनाव प्रबंधन जैसे कई अंश शामिल हैं। यह प्रतिभागियों में सहानुभूति, लचीलापन, ²ढ़ता, तनाव सहनशीलता और आवेग नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में उनकी समझ को गहरा बनाएगा और उन्हें आगे के विकास के लिए अवसर प्रदान करेगा।

 

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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